गेल इंडिया कंपनी के प्रोजेक्ट का ग्रामीणों ने किया विरोध

सीहोर: सीहोर जिले के आष्टा में आज ग्रामीणों ने गेल इंडिया कंपनी के प्लांट का विरोध किया।सूत्रों के अनुसार बड़ी संख्या में ग्रामीण इलाकों के रहवासी तहसील कार्यालय पहुंचे और एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में ग्रामीणों ने गेल इंडिया के पचास हजार करोड़ से लगने वाले प्लांट का विरोध किया है। ग्रामीणों ने नाराजगी जताकर अधिग्रहण की कार्रवाई रोकने की मांग की है।

बता दें कि पब्लिक सेक्टर की बड़ी कंपनी गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (गेल) को सिहोर जिले की आष्टा विधान सभा की जमीन पसंद आ गई है। कंपनी यहां पर अपने पैट्रोकैमिकल्स प्लांट लगाने के लिए राजी हो गई है। उसने आष्टा में 800 हेक्टेयर जमीन पसंद कर ली है।इसके बाद सीहोर जिला प्रशासन ने इस जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया को भी आगे बढ़ा दिया है। कंपनी के कामकाज शुरू करने के बाद आष्टा सहित आसपास के 15 से 20 हजार लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलना शुरू हो जाएगा। कंपनी यहां करीब 50 हजार करोड़ रुपए का निवेश करने जा रही है।

जानकारी अनुसार गेल को सीहोर जिले में जमीन दिखाई गई थी। इसके बाद कंपनी के अधिकारियों ने जिले की आष्टा के ग्रामीण इलाके में 800 हेक्टेयर जमीन पसंद कर ली। इस जमीन में से 450 हेक्टेयर जमीन सरकारी है, जबकि 350 हेक्टेयर की भूमि निजी स्वामित्व वाली है। अब कंपनी शासन स्तर पर प्रस्ताव बनाकर भेजेगी। यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद सीहोर जिला प्रशासन ने भी जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया को शुरू कर दिया है।

गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया यहां 50 हजार करोड़ रुपए से एथेने क्रैकिंग यूनिट लगाएगी। गेल का यह सबसे बड़ा निवेश होगा। बताया जा रहा है कि कंपनी ने अपने इस प्रोजेक्ट के लिए महाराष्ट्र में भी जमीन देखी थी, लेकिन वहां बात नहीं बन पाई। इसके बाद कंपनी ने मध्य प्रदेश की ओर रुख किया उसे सीहोर जिले की आष्टा में जमीन पसंद आ गई।

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