
गुना। पार्वती, कालीसिंध और चंबल नदी जोड़ो (पीकेसी) परियोजना को लेकर चांचौड़ा और राघौगढ़ क्षेत्र के किसानों का विरोध तेज हो गया है। मंगलवार को सुबह से ही गांव-गांव से किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में सवार होकर गुना जिला मुख्यालय पहुंचे और दोपहर तक कलेक्ट्रेट का घेराव कर प्रशासन को ज्ञापन सौंपा।
किसानों ने आरोप लगाया कि घाटाखेड़ी गांव में प्रस्तावित बांध से हजारों एकड़ उपजाऊ जमीन डूब क्षेत्र में आ जाएगी और सैकड़ों परिवार विस्थापित होंगे। गांव बचाओ, खेत बचाओ संघर्ष समिति के नेतृत्व में पहुंचे किसानों ने कहा कि सरकार विकास के नाम पर उन्हें पुश्तैनी जमीन और घरों से बेदखल करने की तैयारी कर रही है।
ज्ञापन में किसानों ने उल्लेख किया कि 30 मीटर ऊंचे और 370 एमसीएम क्षमता वाले इस बांध से दर्जनों गांव पूरी तरह और सैकड़ों गांव आंशिक रूप से प्रभावित होंगे। उन्होंने मांग की कि बड़े बांध की जगह छोटे-छोटे स्टॉप डैम बनाए जाएं, ताकि जलसंसाधन भी मिले और विस्थापन से भी बचा जा सके। किसानों ने भावुक अपील करते हुए कहा कि उनकी जमीन और गांव केवल खेती नहीं बल्कि उनकी पहचान और पीढ़ियों की मेहनत का प्रतीक हैं।
प्रशासन ने ज्ञापन प्राप्त कर आश्वस्त किया कि किसानों की मांगें शासन तक पहुंचाई जाएंगी। वहीं, कलेक्ट्रेट परिसर में स्थिति नियंत्रित रखने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।
