ग्वालियर। ग्वालियर से भिंड जा रही यात्री बस में शनिवार की सुबह मालनपुर के पास आग लग गई। आग पर हालांकि यात्रियों ने पानी की बोतलों से पानी फेंक-फेंककर काबू कर लिया पर इस हादसे ने इस बात की भी पोल खोल दी कि यात्री बसों में आग बुझाने के संयंत्रों का अभाव है। आग का धुआं बस में भरने से यात्रियों में दहशत फैल गई और वे जान बचाने के लिए जहां जगह मिली, वहां से कूदने लगे।
ग्वालियर से भिंड रही बस नंबर एमपी-30-पी-0622 में सफर कर रहीं मीता सिंह राठौड़ ने कहा कि एक बार तो लगा कि आज जान गई। एक तो खतरनाक गर्मी ऊपर से बस में धुआं ही धुआं। उन्होंने कहा, लगभग हर मुसाफिर ने गर्मी में प्यास बुझाने के लिए पानी की बोतल अपने पास रख रखी थी। इसलिए इन्हीं बोतलों से पानी फेंक-फेंककर आग पर काबू पाया गया। आग तो थम गई पर मुसाफिरों की मुसीबत और भी बढ़ गई क्योंकि जहां बस पसरी वहां सिर छिपाने को एक पेड़ भी नहीं था। बता दें इन दिनों गर्मी उफान पर है और चलते वाहन भी गर्मी के मारे आगजनी के शिकार हो रहे हैं। ग्वालियर से चलने वाली अधिकांश बसों में आग बुझाने के संयंत्र गायब हैं।