
नारायणगंज। क्षेत्रीय मुख्यालय में अधिकारियों की अनुपस्थिति ने शासकीय कामकाज की रफ्तार थाम दी है। कई विभागीय अधिकारी रोज़ाना अपडाउन (आना-जाना) करने के चलते समय पर दफ्तर नहीं पहुँचते, जिसके कारण आम नागरिकों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक मुख्यालय में अधिकारियों के लिए आवास की उचित व्यवस्था नहीं है। नतीजतन, वे नियमित रूप से अपने कार्यालय में उपलब्ध नहीं रहते। इससे प्रमाणपत्र, पेंशन, सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के प्रकरण और अन्य जरूरी फाइलें लंबित पड़ी हैं।
ग्रामीण इलाकों से आने वाले लोगों की परेशानी और भी ज्यादा है। उन्हें सुबह से शाम तक इंतज़ार करना पड़ता है, लेकिन अधिकारी के नहीं आने से फाइलें आगे नहीं बढ़ पातीं। इससे न केवल उनका समय और पैसा बर्बाद होता है बल्कि शासन की जनहितकारी योजनाओं की गति भी प्रभावित हो रही है।
स्थानीय नागरिकों, जनप्रतिनिधियों और समाजसेवियों ने इस समस्या पर नाराज़गी जताते हुए जिला प्रशासन से मांग की है कि अधिकारियों के लिए मुख्यालय में आवास की व्यवस्था की जाए। साथ ही, समय-पालन को लेकर कड़े निर्देश दिए जाएं ताकि कार्यालयों में कामकाज सुचारू रूप से हो सके।
लोगों का कहना है कि अगर स्थिति नहीं सुधरी तो यह प्रशासन की कार्यकुशलता पर गंभीर सवाल खड़े करेगी।
