ग्वालियर। रात को जब गेट पर नॉक की आवाज हुई और जैसे ही दरवाजा खोला तो पसीना छूट गया। क्योंकि दरवाजे पर पुलिस ही पुलिस नजर आ रही थी, जब तक कुछ समझ में आता पुलिस धड़धड़ाती हुई अंदर पहुंची और लंबे समय से फरार वारंटी को उठा ले गई। इस तरह का नजारा बीती रात जिले में नजर आया, कारण था पुलिस का कॉम्बिंग अभियान। अभियान में पुलिस ने करीब 215 वह बदमाश जो कई सालों से हाथ नहीं आए थे, उन्हें पकड़ा।
एसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि चुनाव संपन्न होने के बाद यह पहला कॉम्बिंग गश्त था और गश्त में ऐसे बदमाश हाथ आए है, जिनकी कई सालों से पुलिस को तलाश थी। वहीं पुलिस ने 362 उन बदमाशों को चेक किया है, जो पूर्व में वारदातों में शामिल रहे है और थाने के निगरानी और गुण्डों की लिस्ट में शािमल है।
पुलिस ने उनका नए सिरे से पूरा रिकार्ड बनाया है, साथ ही जानकारी ली है कि वह क्या काम कर रहे है और उनका खर्चा पानी कैसे चल रहा है। जिस पर भी पुलिस को शंका हुई उसे थाने पहुंचा कर पूरी पड़ताल के बाद रवाना किया गया है।
बदमाशों की धरपकड़ शुरू करते ही अफसरों और थाना प्रभारियों के पास सिफारिशी फोन आना शुरू हुए तो सभी अफसरों ने अपने मोबाइल साइलेंट कर दिए। जिससे कार्रवाई में व्यवधान ना आने पाए।
कॉम्बिंग गश्त की मॉनीटरिंग करने के लिए जब पुलिस कप्तान धर्मवीर सिंह सडक़ पर आए तो गश्त में शामिल अफसर और जवान एक्शन में आ गए और धड़ाधड़ कार्रवाई की।
बीती रात पुलिस ने अभियान के दौरान 215 बदमाश हवालात पहुंचाए, इसके साथ ही 186 गुण्डे, 176 निगरानी बदमाश चेक किए, 19 शराब तस्करों के साथ ही कुछ संदिग्ध शहर की सडक़ों पर मिले है, जिनकी पड़ताल की जा रही है।