नवभारत न्यूज
खंडवा। उत्तर प्रदेश के जौनपुर में न्यूज पोर्टल के पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव की सरेबाजार गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने पत्रकार की हत्या के शक में कुछ लोगों पर शंका जाहिर की। इसी बीच एक संदेही जौनपुर से भाग कर मुंबई चला गया। जिसके बाद यूपी पुलिस ने मुंबई के ठाणे पुलिस की मदद से पत्रकार की हत्या के शक के चलते जमीरुद्दीन कुरैशी नाम के इस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन जब उसे ट्रेन से मुंबई से उत्तर प्रदेश लाया जा रहा था, इस दौरान आरोपी जमीरुद्दीन खंडवा स्टेशन पर ट्रेन से कूद कर भाग निकला।
बताया जा रहा है कि ट्रेन में मौजूद यूपी पुलिस के जवानों ने ट्रेन रोकने की भरसक कोशिश की, लेकिन सुपर फास्ट ट्रेन रुकी नहीं, जिसके बाद ट्रेन में मौजूद खंडवा स्टेशन पर जीआरपी पुलिस को फरार आरोपी की सूचना दी गई। तब तक देर हो चुकी थी। इधर सूचना मिलते ही जीआरपी पुलिस ने फरार आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर तलाश शुरू कर दी। घटना का खुलासा भी तब हुआ जब सोशल मीडिया में पत्रकार की हत्या में शामिल शख्स के फरार होने की सूचना वायरल हुई।
खंडवा जीआरपी पुलिस के एएसआई अन्नीलाल के मुताबिक यूपी में 13 मई को एक पत्रकार की हत्या हो गई थी। जिसमें 5 आरोपी शामिल थे। उनमें से एक जमीरुद्दीन कुरैशी भी था। जो घटना के बाद मुंबई भाग गया था। जनपद जौनपुर ने मुंबई पुलिस को सूचना दी थी। क्राइम ब्रांच ठाणे ने आरोपी जमीरुद्दीन कुरैशी को पकड़ लिया था। जिसके बाद यूपी पुलिस के उपनिरिक्षक मंसाराम और आरक्षक ब्रजेंद्र लेने गए थे। 15 तारीख को ट्रांजिट रिमांड पर आरोपी को लेकर ट्रेन से उत्तर प्रदेश आ रहे थे। आरोपी सहित पुलिसकर्मी वीकली एक्सप्रेस में सवार होकर 16 मई को खंडवा स्टेशन पर पहुंचे। यहां पर आरोपी ने लघु शंका का बहाना किया। जैसे ही गाड़ी खंडवा स्टेशन से आगे बड़ी, आउटर पर आरोपी ने पुलिसकर्मियों को धक्का देकर गाड़ी से छलांग लगा दी। बदहवास यूपी पुलिस के पुलिसकर्मी चेन पुलिंग करते रहे। मगर गाड़ी रुकी नहीं। आगे जाकर उन्होंने खंडवा जीआरपी पुलिस को इसकी सूचना दी।
जीआरपी पुलिस यहां पर तुरंत एक्शन में आई और सीसीटीवी फुटेज खंगाले, और आसपास तलाशी अभियान शुरू कर दिया। इधर जीआरपी पुलिस ने फरार आरोपी के विरुद्ध मुकदमा भी कायम कर लिया है।