लूक ग्राम पंचायत का मामला, जल जीवन मिशन योजना से बनाई गई थी टंकी
नवभारत न्यूज
रीवा, 12 जून, प्रदेश भर में चलाये जा रहे जल जीवन मिशन योजना को किस तरह से पलीता लगाया जा रहा है यह रीवा में देखने को मिल रहा. अति महत्वाकांक्षी योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती जा रही है. रीवा के जवा जनपद पंचायत अध्यक्ष आने वाले लूक ग्राम पंंचायत में चार माह पूर्व बनकर तैयार हुई पानी की टंकी टेस्टिंग के दौरान धराशाई हो गई. अच्छा हुआ कि उस समय आसपास लोग मौजूद नही थे नही तो एक बड़ा हादसा होता. टेस्टिंग में ही जिस तरह से पानी की टंकी धराशाई हुई है इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिले में किस तरह से जल जीवन मिशन का काम हो रहा है.
जानकारी के मुताबिक ग्राम पंचायत लूक में जल जीवन मिशन के तहत दो पानी की टंकी का निर्माण कराया गया. सांघी टोला में लगभग 1 लाख लीटर की पानी की टंकी चार माह पूर्व बनकर तैयार हुई थी. बताया गया है कि आशीष मिश्रा नामक संविदाकार ने इसे बनाया था. टंकी जब बनकर तैयार हो गई तो अधिकारी टेस्टिंग के लिये पहुंचे. मंगलवार की शाम 4 बजे पानी भरकर जब टेस्टिंग की गई तो टंकी भरभरा कर गिर गई. यह देख सभी हतप्रभ रह गये. अच्छा हुआ कि वहा पर नीचे कोई नही था नही तो कई लोगो की जान भी जा सकती थी. पूर्व से ही टंकी के गुणवत्ता को लेकर आरोप लगाये जा रहे थे कि ठेकेदार द्वारा गुणवत्ता के साथ समझौता किया जा रहा है. घटिया निर्माण के चलते कभी भी टंकी धराशाई हो सकती है आखिरकार हुआ भी वही. जिस समय टंकी की टेस्टिंग चल रही थी उस समय ग्राम पंचायत के सैकड़ो लोग देखने के लिये मौजूद थे. ग्रामीणो का आक्रोश ठेकेदार एवं विभाग के अधिकारियों पर फूटा, भ्रष्टाचार का आरोप स्थानीय लोगो ने लगाया.
विभाग को हैण्ड ओवर नही हुई है टंकी: कार्यपालन यंत्री
पीएचई के कार्यपालन यंत्री संजय पाण्डेय ने बताया कि टेस्टिंग के दौरान लूक ग्राम पंचायत में पानी की टंकी धराशाई हुई है. अभी टंकी गारंटी पीरियड में है, ठेकेदार की जिम्मेदारी है वह दोबारा टंकी का निर्माण कराकर देगा, अभी विभाग को हैण्ड ओवर नही हुई थी. टंकी में पानी भरने के बाद 6 माह तक का अनुबंध रहता है, इस बीच अगर कुछ होता है तो जवाबदारी ठेेकेदार की होती है. विभाग का कोई नुकसान नही हुआ है, ठेकेदार अपनी भरपाई खुद करेगा.