चितरंगी के भूमि एवं संपत्तियों के के्र ता-विक्रेता जिला मुख्यायल बैढऩ लगाना पड़ता है चक्कर
देवसर/चितरंगी :चितरंगी में 2 वर्ष एवं देवसर दफ्तर में करीब 6 महीने से सब रजिस्टार विहीन है। दोनो जगह के सब रजिस्टार का प्रभार सिंगरौली के उप पंजीयक के पास है। जहां देवसर में सप्ताह में एक दिन उप पंजीयक जा रहे। लेकिन चितरंगी का दफ्तर भगवान भरोसे है। दोनो सब रजिस्टार का दफ्तर बैशाखी के सहारे चल रहे हैं।
दरअसल देवसर जिले में इकलौता उप पंजीयक सिंगरौली के पास एवं चितरंगी के सब रजिस्टार दफ्तर का अतिरिक्त प्रभार है। जहां सिंगरौली को उप पंजीयक अपने कारनामों के चलते चर्चित किसी तरह सप्ताह में एक दिन शुक्रवार को देवसर सब रजिस्टार दफ्तर में जाना शुरू कर दिया है।
लेकिन चितरंगी का दफ्तर भगवान भरोसे चल रहा है। यहां के कामकाज भी काफी चर्चाओं में हैं। चितरंगी क्षेत्र के भूमि विक्रे ता एवं के्रताओं को रजिस्ट्री कराने के लिए जिला मुख्यालय बैढऩ चक्कर लगाना पड़ता है। पूरे दिन इंतजार के बाद ही किसी तरह संपत्तियों की रजिस्ट्री होती है। लेकिन इस दौरान के्रताओं को भी 2 से 3 हजार रूपये नजराना के रूप में खर्ज करना पड़ता है। यहां के गणमान्य नागरिकों ने कलेक्टर का ध्यान आकृष्ट कराते हुये देवसर एवं चितरंगी में स्थायी सब रजिस्टार की पदस्थापना कराई जाने राज्य शासन एवं प्रमुख सचिव वाणिज्यिक क र विभाग भोपाल को भेजे जाने की मांग की है।