रात को वेश बदल कर विक्रमादित्य नगर में करते थे भ्रमण
सुबह दरबार में बुलाकर होता था समस्या का समाधान
उज्जैन:सम्राट वीर विक्रमादित्य जिस न्याय सिद्धांत के माध्यम से अपनी प्रजा की समस्याओं का समाधान करते थे इसका एक बड़ा प्रकल्प उज्जैन में बनाया जाएगा, इसके लिए न सिर्फ मुख्यमंत्री अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैं बल्कि केंद्रीय कानून राज्य मंत्री अर्जुन मेघवाल से भी सीएम ने आग्रह किया जिसे मेघवाल ने स्वीकार किया.
संसदीय कार्य राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार अर्जुन राम मेघवाल से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि महाकाल की नगरी में राजा विक्रमादित्य हुए हैं, जो चक्रवर्ती सम्राट हुए हैं, उनकी न्याय प्रियता विश्व प्रसिद्ध है. किताबों में तो विक्रमादित्य के न्याय का उल्लेख है जिसका आज की नई पीढ़ी से लेकर पूरे देश और विदेश तक इसकी ख्याति पहुंची है, उसके लिए हमने विक्रम उत्सव को संचालित करने का बीड़ा उठाया है.
केंद्र भी करे सहायता
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि उज्जैन में हम पूरा प्रयास कर रहे हैं कि एक स्थाई न्याय प्रकल्प बनाया जाए. मेरा आग्रह है कि मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु पूरे देश में सम्राट विक्रमादित्य के न्याय के सिद्धांत पहुंचे. आम जनमानस को यह ज्ञात हो कि विक्रमादित्य किस तरह का न्याय करते थे. रात को वह वेश बदलकर पूरे शहर में घूमने जाते थे और लोगों की समस्याएं सुनते थे. सुबह दरबार में बुलाकर समस्याओं का समाधान करते थे. कैसे विक्रमादित्य न्याय का जीता जागता प्रमाण रहे हैं, ये जन जन तक पहुंचना चाहिए. इसके लिए केंद्र सहायता करें और इस प्रकल्प को फैलाएं.
विक्रम के नामकरण
बकौल सीएम आज के समय में आधुनिकता की जो अंधी दौड़ है, उसमें विक्रम के न्याय का सिद्धांत यदि कानून मंत्री के माध्यम से केंद्र सरकार लागू करती है, तो सनातन संस्कृति का यह श्रेष्ठ उदाहरण होगा. परंपराएं पुनर्जीवित होगी. 1235 में इल्तुतमिश ने उज्जैन नगर सहित उत्तर भारत के राज्यों को तहस-नहस कर दिया था, शिवाजी महाराज, राजा भोज, महाराज सिंधिया के काल में तब अनेक इमारतें और मंदिरों का निर्माण और पुनर्निर्माण हुआ. सम्राट विक्रमादित्य को आज हम अपने कई प्रकल्पों में स्थान दे रहे हैं. सम्राट विक्रमादित्य हेरिटेज होटल का हमने नाम रखा है, विक्रम कीर्ति मंदिर है, सम्राट वीर विक्रमादित्य से अब विश्वविद्यालय को भी जाना जाएगा, विक्रमादित्य प्रशासनिक संकुल है. ऐसे में सम्राट विक्रमादित्य का इतिहास फिर जीवंत हो रहा है, आने वाले पर्यटकों को आनंद की अनुभूति हो रही है.
मंत्री मेघवाल ने सहयोग की बात कही
केंद्रीय कानून राज्य मंत्री मेघवाल ने कहा कि राजस्थान के बीकानेर जिले के भीकमपुर में भी एक बड़ा महल है जो कि सम्राट विक्रमादित्य कालीन का होकर शोध का विषय है. न्याय प्रिय सम्राट की नगरी में वह स्वयं भी सीखने के लिए आए हैं और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने सम्राट विक्रमादित्य के न्याय के संबंध में जो कुछ कहा है उसे अंगीकार करते हुए सम्राट की गाथाओं को आगे बढ़ने का निश्चित तौर पर सकारात्मक प्रयास किया जाएगा.