सराफा थाने से मिली जानकारी के अनुसार फॉर्च्यूनर कार नम्बर एमपी 09 डीजे 0430 का 29 वर्षीय चालक मानस बलसोरे निवासी गुमास्ता नगर, शराब के नशे में धुत होकर सराफा चौपाटी में घुसकर लोगों के लिए परेशानी का कारण बन गया था.
इसकी सूचना मिलने पर सराफा पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए, विजयचाट हाउस के पास उसकी तलाश की. पुलिस को देखकर वह शराब के नशे में गाड़ी तेज गति से भगा ले गया, लेकिन आरक्षक केतन और आर गौतम कौशल ने उसे घेराबंदी कर रोक लिया. नशे में चूर इस व्यक्ति ने पुलिस के साथ बत्तमीजी की और अपनी पहचान व रसूख का हवाला देकर दबाव डालने की कोशिश की.
जब पुलिस ने ब्रीथ एनालाइजर से उसकी शराब पीने की पुष्टि की और कार्रवाई शुरू की, तो वह पुलिस की कार्यवाही का विरोध करता रहा. पुलिस ने उसकी काले रंग की फॉर्च्यूनर की कांचों पर लगी काली फिल्म को हटवाकर चालानी कार्रवाई की. पुलिस की कार्रवाई के बाद भी मानस बलसोरे और उसका साथी अभिजीत तोमर सराफा चौपाटी में नशे में चिल्लाते हुए फिर से उत्पात मचाते हुए यह कह रहे थे कि हमारा शराब का केस किसने बनाया किसने सूचना दी हम ऐसे ही शराब पियेंगे और गाड़ी चलाएंगे. इनकी हरकतें बढ़ने से स्थानीय लोगों को परेशानी होने लगी और क्षेत्र की शांति भंग हो गई. इस गंभीर स्थिति को देखते हुए पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया.