कोलकाता (वार्ता) पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु शनिवार को जादवपुर विश्वविद्यालय के एसएफआई कार्यकर्ताओं द्वारा कथित हमले के बाद बाल-बाल बच गए, लेकिन उनकी कार में तोड़फोड़ की गई, आधिकारिक सूत्रों ने बताया।
श्री बसु को उनके सुरक्षाकर्मियों ने बचाया और सीधे एसएसकेएम अस्पताल ले गए, जहां उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया।
एसएसकेएम अस्पताल से बाहर आने के बाद श्री बसु ने संवाददाताओं से कहा “ मैं ठीक हूं, मुझे कोई परेशानी नहीं है, लेकिन जिस कार में मैं आगे बैठा था, उसमें तोड़फोड़ की गई, विंडस्क्रीन टूट गई और कार के टायरों की हवा निकल गई।”
उन्होंने कहा कि आगे के हमलों से बचने के लिए सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें पीछे की सीट पर बैठा दिया।
श्री बसु पश्चिम बंगाल कॉलेज और विश्वविद्यालय प्रोफेसर एसोसिएशन (डब्ल्यूबीसीयूपीए) की बैठक को संबोधित करने के लिए जेयू परिसर गए थे। जैसे ही उन्होंने बोलना शुरू किया, हंगामा शुरू हो गया और एसएफआई कार्यकर्ताओं ने उन पर हमला कर दिया। उनके सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत उन्हें उनकी कार तक पहुंचाया, जिसमें तोड़फोड़ की गई।
श्री बसु ने पूछा “मुझे नहीं पता कि टीएमसी के लोगों को कैंपस में क्यों नहीं आने दिया जा रहा है और क्यों डब्ल्यूबीसीयूपीए जेयू में मीटिंग नहीं कर सकता है।”
छात्रों का विरोध तब शुरू हुआ जब श्री बसु ने छात्र संघ चुनाव कराने की मांग कर रहे एसएफआई कार्यकर्ताओं को संबोधित करना शुरू किया।
छात्रों ने आरोप लगाया कि तोड़फोड़ के दौरान कुछ छात्र घायल भी हुए, जब काफिले की कार एक छात्र से टकरा गई, जिसके सिर से खून बह रहा था।
सूत्रों ने बताया कि जादवपुर पुलिस स्टेशन में कुछ एफआईआर भी दर्ज की गई हैं।
घटना की निंदा करते हुए तृणमूल कांग्रेस के नेता और पार्टी के राज्य महासचिव कुणाल घोष ने कहा “ हम स्तब्ध हैं। उन्होंने योजना बनाकर ब्रत्य बसु पर हमला किया। हम इस तरह की गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं करेंगे।”