अविनाश दीक्षित
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी के आह्वान पर पार्टी वर्तमान वर्ष को संगठन संघर्ष वर्ष के रूप में मना रही है। इसी कड़ी में महाकौशल के केंद्र बिंदु जबलपुर में कांग्रेस ने वार्ड भ्रमण कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया है। कहा जा रहा है कि वार्ड भ्रमण के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता गली – मोहल्ले में घर-घर जाकर आम जनों से संवाद स्थापित करेंगे। इसके अलावा स्थानीय स्तर पर कार्य कर रहे छोटे-बड़े कार्यकर्ताओं से मुलाकात भी की जाएगी।
नगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सौरव नाटी शर्मा के मुताबिक इस पहल का मुख्य उद्देश्य जनता और कांग्रेस संगठन के बीच सीधा जुड़ाव स्थापित करना, जन समस्याओं को समझना और फिर समाधान के लिए प्रभावी संघर्ष करना है। श्री शर्मा के अनुसार इससे स्थानीय स्तर पर पार्टी संगठन को मजबूत बनाने में भी मदद मिलेगी। नगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के अलावा पार्टी के कुछ अन्य नेता भी इस कदम को महत्वपूर्ण बता रहे हैं, मगर कांग्रेस के ही एक अन्य धड़े के लोग इस महज रस्म अदाएगी बता रहे हैं।
तर्क दिया जा रहा है कि तीन-चार विधानसभाओं के अलावा शेष अन्य विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के पास उंगलियों में गिने जाने लायक कार्यकर्ता ही हैं और जिन विधानसभा क्षेत्र में थोड़े बहुत कांग्रेस कार्यकर्ता नजर भी आते हैं तो वह संगठन की अपेक्षा स्थानीय क्षत्रपों के करीबी अधिक होते हैं, जिनसे संगठन स्तर पर काम कराना मुश्किल होता है। बीते विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान भी पार्टी में एकजुटता की बातें खूब सुर्ख़ियों में रही, किंतु मतदान दिवस में अनेक बूथ ऐसे रहे, जहां कांग्रेस का कोई कार्यकर्ता तक नजर नहीं आया।
परिदृश्य में कोई बड़ा परिवर्तन होता दिख भी नहीं रहा है। हाल ही में संगठन के स्तर पर आयोजित कुछ कार्यक्रमों में गुटबाजी की झलक साफ दिखी। कार्यकर्ता तो छोड़िए, चुनाव के पराजित योद्धा भी औपचारिक भूमिका में देखे गए, जिसके चलते पार्टी के धरना प्रदर्शन व प्रभाव नहीं छोड़ पा रहे, जिसकी अपेक्षा कांग्रेस के शीर्ष नेता कर रहे हैं। फिलहाल नगर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सौरव शर्मा विश्वास दर्शा रहे हैं कि वार्ड भ्रमण से कांग्रेस संगठन को लाभ जरूर होगा, उनका यह विश्वास कितना सुदृढ़ होगा या उसे डिगाने वाले सफल होंगे, इसका फैसला कुछ अर्से में ही तय हो जाएगा।