जयपुर 25 फरवरी (वार्ता) राजस्थान की राजधानी जयपुर में स्थित एवं दूर दूर तक प्रसिद्ध झाड़खंड मंदिर में महाशिवरात्रि पर भक्तों को मंदिर में दर्शन एवं जल चढ़ाने एवं मेला सहित अन्य सभी तैयारियां पूरी कर ली गई और बुधवार को श्रद्धालु देर रात बारह बजे तक मंदिर में दर्शन कर सकेंगे।
मंदिर सचिव श्रीप्रकाश सोमानी के अनुसार महाशिवरात्रि पर अलसुबह साढ़े चार बजे मंगला आरती होगी और इसके बाद भक्तों द्वारा मंदिर में दर्शन एवं जल चढ़ाना शुरु कर दिया जायेगा। इस अवसर पर उमड़ने वाले भक्तों के सैलाब के मद्देनजर जल चढ़ाने के लिए 600 रामझारों की व्यवस्था की है जिनसे दिन भर लगातार भक्त लोग मंदिर में जलाभिषेक कर सकेंगे। यह सिलसिला अपराह्न चार बजे तक चलेगा और इसके बाद बाबा का श्रृंगार होगा।
उन्होंने बताया कि दर्शन के लिए भक्तों को कोई तकलीफ नहीं हो इसके लिए पुरुषों एवं महिलाओं की अलग अलग कतारे बनाई गई और उनके माध्यम से ही दर्शन होंगे। हमेशा की तरह श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ने के मद्देनजर दर्शन के अलावा सुरक्षा सहित आवश्यक सभी व्यवस्थाएं की गई हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन ने मंगलवार को इस मौके की गई व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया।
उन्होंने कहा कि इस अवसर पर साढ़े सात बजे भजन संध्या का आयोजन भी किया जायेगा और क्षेत्र में बड़ा मेला भी भरेगा और अभी से दुकाने लग चुकी है। मेले एवं मंदिर में आने वाले लोगों को कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़े, इन सभी बातों का विशेष ध्यान रखा गया हैं। उन्होंने बताया कि इस मौके नगर निगम की तरफ से विशेष रोशनी की व्यवस्था भी की गई। इस मौके लगने वाले मेले में लोग खरीददारी के अलावा झूलों आदि का भी आनंद ले सकेंगे। मंदिर एवं मेले में आने वाले बुजुर्ग एवं विकलांग लोगों के लिए ईरिक्शा की भी व्यवस्था की गई हैं। मंदिर एवं मेले में आने वाले लोगों के लिए यातायात एवं पार्किंग की व्यवस्था की गई हैं।
जयपुर स्थित वैशाली नगर के पास स्थित प्रेमपुरा में यह मंदिर स्थित है और इसका निर्माण दक्षिण भारतीय शैली में किया गया हैं। एक समय में यहां बड़ी संख्या में झाड़ियां ही झाड़ियां हुआ करती थी। तो झाड़ियों से झाड़ और खंड अर्थात क्षेत्र को मिलाकर इस मंदिर का नाम झाड़खंड महादेव मंदिर पड़ गया और आज यह मंदिर जयपुर ही नहीं दूर दूर तक प्रसिद्ध हैं जहां लोग दर्शन के लिए आते हैं और अपनी मन्नते मांगते हैं।