जबलपुर: कहने को पुलिस की नजरों से कोई नहीं बच सकता क्योंकि खाकी के हाथ लंबे होते है और इनकी पकड़ से कोई भाग नहीं सकता है। अपराधी चाहे कितना भी चालाकी कर लें, उसे गिरफ्त में आना ही होता है, लेकिन ईरानी गिरोह पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ हैं जो पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। इस गिरोह ने महाराष्ट्र से आकर शहर में वारदातें करते की हैं। ये गिरोह इतना शातिर हैं कि वे खुद को पुलिस वाला बताकर वारदातें करता हैं। असली पुलिस नकली पुलिस वालो की तलाश में महाराष्ट्र तक हो पाईं लेकिन पुलिस को आरोपित नहीं मिले। पुलिस को लूटे गए जेवरात बरामद करने में जरूर सफलता हाथ लगी थी।
लूट का डर दिखा खुद को पुलिस बता करते हैं लूट
ईरानी गिरोह के सदस्य इतने शातिर हैं कि वे बुजुर्गों को टारगेट करते हैं, वे खुद को पुलिस वाला बताकर महिलाओं को लूट की घटनाएं होने, और गहने उतरवाकर खुद रख लेते थे। जेवर उतरवाकर कागज की पुडिया में बांधकर नकली जेवर या पत्थर थमाते हुए चले जाते थे।
साढ़े ग्यारह लाख के जेवरात मिले, गब्बर-चिन्ना नहीं
पुलिस ने दोनों ही मामलों में प्रकरण दर्ज किया था। पतासाजी के दौरान थाना नंदूरा महाराष्ट्र स्थित एक डेरा में छापेमारी भी की जहां से लूटे गए 11 लाख 50 हजार रूपए के जेवरात मिले लेकिन प्रकरण में आरोपी बने अमजद अली उर्फ सुल्तान उर्फ गब्बर अली उर्फ भीरू ईरानी पिता मनहर अली ईरानी 45 वर्ष निवासी अनवर कालोनी वार्ड न.1 रेल्वे स्टेशन के के पीछे थाना नांदूर महाराष्ट्र, चिन्ना उर्फ मोहम्मद अली पिता सिराज अली ईरानी 40 वर्ष निवासी स्कूल न. 3 के पीछे ईमामबाड़ा के सामने रजा चौक थाना बाजार पेठ भुसावल को पुलिस अब तक नहीं पकड़ पाईं है।
डेरों में महिलाएं-बच्चे, ठग नहीं मिलते
ईरानी गिरोह के मुंबई, इटारसी, भोपाल, पिपरिया, होशंगाबाद अन्य जगह डेरे हैं जहां से ठग मूव करते हुए दूसरे शहरोंं में वारदातों को अंजाम देते हैं। पुलिस इन गिरोह के डेरों तक पहुंच जाती हैं लेकिन वहां महिलाएं, बच्चे ही पुलिस को मिलते है ठग नहीं।
केस 1
केंट थाने में 18 जनवरी 25 को श्रीमती विनय कुमारी टाटिया 79 वर्ष निवासी एपीआर कालोनी कटंगा सदर ने रिपोर्ट दर्ज कराई वे सुबह घर के सामने घूम रही थी तभी दो युवक मिले जो बोला कि मैं पुलिस का आदमी हूं आपकी सुरक्षा के लिये निकला हूं आप अपने जेबर उतार लो, लूट की वारदातें हो रही हैं। दोनों सोने के जेवरात लेकर बाइक से भाग गए थे।
केस 2
कोतवाली थाने में 18 जनवरी 2025 को श्रीमती ज्योति जैन 57 वर्ष निवासी देवरी सागर ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि वह अपने मायके जबलपुर आयी थी सुबह 8:30 बजे लार्डगंज जैन मंदिर आ रहे थे तभी दो व्यक्ति मिले जिन्होंने बताया कि वे पुलिस वाले है और कहां कि यहां दो दिन से घटनाएं हो रही है जेवरात उतार कर रख लो। जेवर को कागज की पुडिया में रखने का कहते हुए ले लिया जिसे बाद में वापिस कर दिया बाद में जब सने पुडिया खोली तो उसमें जेवरात नहीं थे।
इनका कहना है
बुजुर्ग महिलाओं को टारगेट करते हुए उनके जेवरात उतरवाकर ले जाने वाले ईरानी गिरोह के सदस्यों की तलाश जारी हैं। पुलिस आरोपियों को पकडऩे हर संभव प्रयास कर रही हैं।
समर वर्मा, एएसपी