थाने में सुनवाई नहीं, एसपी कार्यालय में बुजुर्ग ने लगाई न्याय की गुहार
जबलपुर। जिस मां ने 9 माह पेट में रखने के बाद जन्म दिया। अपने लाल को पाला पोस कर काबिल बनाया। ताकि बुढ़ापे का सहारा बने लेकिन कलयुगी पुत्र मां को बेघर करना चाहता हैं और कहता है कि फांसी लगाकर आत्महत्या कर लो। पीडि़ता ने इसकी शिकायत कोतवाली थाने में की लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई जिसके बाद पीडि़ता पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है।
पीडि़ता श्याम बाई पति स्व. छेदी लाल दीक्षित निवासी स्टेट बैंक कॉलोनी बल्देवबाग, ने शिकायत में बताया कि मकान स्व. पति ने अपने जीवनकाल में मेहनत मजदूरी करके बनाया था। मकान पति के नाम पर राजस्व अभिलेखों में दर्ज है। मकान के 1200 वर्गफुट बड़े पुत्र सुनील का हिस्सा है एवं उसका और छोटे पुत्र के हिस्से में 1140 वर्गफुट है। अपने हिस्से में अपने छोटे पुत्र सुधीर दीक्षित के साथ रहती हूं। वे अपने हिस्से के मकान को विक्रय करना चाहती लेकिन पुत्र बहु मकान को विक्रय नहीं करने दे रहे, छोटे के साथ मारपीट करते है और उसे धमकी देते है और घर से बेघर करना चाहते है। बड़ा बेटा कहना है कि फांसी लगाकर आत्महत्या कर लो। उसे मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताडि़त किया जा रहा है। कोतवाली थाने में शिकायत की गई लेकिन वहां सुनवाई नहीं हुई वहां से भगा दिया जाता है।
जिंदा बहनों को बता दिया मृत
शिकायत में पीडि़ता ने बताया कि पुत्र सुनील उसकी पत्नी वंदना एवं उसके पुत्र अभिनव उर्फ मन्नू के द्वारा उपरोक्त मकान का खसरा बनवाया गया, जिसमें दोनों पुत्रियों किरण दुबे एवं रानू कुशवाहा को मृत बता दिया, जबकि वह दोनों जीवित है एवं वर्तमान में अपने-अपने ससुराल में रह रही है।