सागर, 24 अप्रैल पिछले कुछ दिनों से लगातार कांग्रेस के घोषणा पत्र को लेकर पार्टी पर हमला बोल रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक बार फिर पार्टी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कांग्रेस को देश के सामाजिक मूल्यों का भी अंदाजा नहीं है और अब उसकी नजर उस संपत्ति पर भी है, जो किसी भी व्यक्ति को विरासत में अपने पूर्वजों से मिली है, कांग्रेस अब उस संपत्ति को भी लूटना चाहती है।
श्री मोदी मध्यप्रदेश के सागर में भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी के समर्थन में चुनावी सभा काे संबोधित कर रहे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव भी उपस्थित रहे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जनता को चोट पहुंचाने के लिए कांग्रेस कहीं नहीं रुक रही। कांग्रेस आपकी संपत्ति छीनना चाहती है। उनके नेता एक्सरे कराने की बात करते हैं। आपके लॉकर में क्या है, उसे खोज कर निकालेंगे। अगर माताओं-बहनों ने कुछ पूंजी अपनी जरुरत के लिए बचाई होगी तो एक्सरे में वे वो भी खोजेंगे। गहने, महिलाओं का मंगलसूत्र, कांग्रेस सब कुछ खोजेगी और उसे छीन कर बांट देगी।
उन्होंने कहा कि अगर एक घर आपका गांव में और दूसरा शहर में है, तो एक घर कांग्रेस सरकार ले लेगी। दो गाड़ियों में से एक ले लेगी। ये उन्होंने घोषित किया है। सब कुछ छीन कर कांग्रेस अपने वोटबैंक को देना चाहती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इतना ही नहीं कांग्रेस ने आज एक और पत्ता खोला है, उनका ‘हिडन एजेंडा’ बाहर आया है, ‘इन्हैरिटेंस टैक्स’ के तौर पर। हमारे देश में दादा दादी नाना नानी अपनी संपत्ति में से बचा कर रखते हैं, ताकि नाती पोते की शादी में काम आ सके। जो संपत्ति आपके पूर्वजों ने बचाई है, जो आपको मिली है, कांग्रेस कहती है कि वो करीब आधी संपत्ति अपनी सरकार बनने पर कानूनन आपसे लूट लेगी। जो संपत्ति आप बच्चों को देना चाहते हैं, उस पर भी कांग्रेस टैक्स लगा कर लूट लेगी। कांग्रेस समाज की भावनाओं से कितना कट चुकी है, उसे भारत के पारिवारिक मूल्यों का भी अंदाजा नहीं रहा। हमारे देश की परंपरा है कि बुजुर्ग जिंदगी भर जोड़ते हैं। कांग्रेस की पीढी दर पीढ़ी चलने वाली इस संपत्ति पर भी नजर है, वो इस संपत्ति को भी लूटना चाहती है।
इसी क्रम में उन्होंने कहा कि कांग्रेस का मंत्र है, ‘कांग्रेस की लूट, जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी’।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस को देश के संविधान और भारत की पहचान से भी नफरत है। अब ये उस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं, जिससे देश की साख कम हो। समाज को लड़ाने के विभिन्न पैंतरे लाते हैं। आस्था पर हमले कर रहे हैं। भगवान राम को काल्पनिक बताने वाली कांग्रेस ने श्री राममंदिर प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकरा दिया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का विरोध अयोध्या और मंदिर तक नहीं, मंदिर जाने वालों से भी इन्हें दिक्कत है। पिछले साल सागर में जब संत रविदास के मंदिर का शिलान्यास किया गया, तब कांग्रेस नेताओं ने कहा कि इस मंदिर से अच्छा यहां कुछ और बन जाता। कांग्रेस को दलित संत का मंदिर भी बर्दाश्त नहीं है।