नयी दिल्ली 02 अगस्त (वार्ता) कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को राज्यसभा में खेती किसानी के कल्याण और विकास के लिए मोदी सरकार की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा कि किसानों की आय बढ़ाने और कृषि लागत घटाने के लिए सब्सिडी जारी रहेगी।
श्री चौहान ने सदन में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के कार्यकरण पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि
मोदी सरकार के आने बाद देश में नया विश्वास आया और खेती किसानी में नया युग आरंभ हुआ। कृषि क्षेत्र का उत्पादन बढ़ा है और लागत घटी है। किसानों को प्राकृतिक आपदा में राहत दी गयी है। आने वाली पीढी के लिए सुरक्षित पृथ्वी रहनी चाहिए। इसके लिए सरकार ने दीर्घकालीन योजना बनायी है। उन्होंने कहा कि सरकार निरंतर किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए काम करती रहेगी। किसान अन्नदाता है और देश की रीढ है। सरकार पीछे नहीं हटेगी और निरंतर समर्थन देना जारी रखेगी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकारों के कार्यकाल में खेती के लिए सिंचाई की व्यवस्था नहीं की गयी थी जिससे किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता था। श्री मोदी ने नदियों को आपस में जोड़ा है जिससे किसानों को उनकी भूमि को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा। सरकार का सूक्ष्म सिंचाई की योजनाओं के लिए काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि कृषि के लिए पानी मूल आवश्यकता है। इसके लिए भूजल का स्तर बढ़ाने की व्यवस्था की जा रही है। सरकार ने सूक्ष्म सिंचाई योजना शुरु की है जिससे क्षेत्र सिंचित में तेजी से वृद्धि हुई है।
कृषि मंत्री ने कहा कि दस साल के दौरान खाद्यान्न, दलहन और तिलहन का उत्पादन और उत्पादकता बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार के भारी दबाव के बावजूद उर्वरक की कीमतों में वृद्धि नहीं की गयी है और किसानों के लिए सब्सिडी बढाई गयी है। कीमतों का भार किसानों पर नहीं डाला गया है। उन्होंने कहा कि यूरिया की 45 किलोग्राम की एक बोरी पर सरकार 2100 रुपए की सब्सिडी देती है। किसानों को यह बोरी 266 रुपए में मिलती है। इसीतरह से डीपीए पर भी सब्सिडी दी जाती है। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को सस्ता खाद देती रहेगी।