इस तरह का बहुआयामी चुनाव अभियान अभी तक देश में कभी नहीं चलाया गया, माइक्रो मैनेजमेंट की पराकाष्ठा की है भाजपा ने इस बार
मिलिंद मुजुमदार
इंदौर: दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक महोत्सव की शुरुआत शुक्रवार को प्रथम चरण के मतदान के साथ हो गई। पहले चरण में 21 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की 102 सीटों पर मतदान हुआ। 44 दिनों की लोकतांत्रिक यात्रा एक जून तक चलेगी। चार जून को नतीजे घोषित होंगे।पिछली बार 102 सीटों में से 49 पर एनडीए 45 पर इंडिया गठबंधन की जीत हुई थी। इनमें से 36 सीटों पर कांग्रेस और भाजपा के बीच मुकाबला हुआ जिनमें भाजपा ने 30 और कांग्रेस ने 6 सीटें जीती थी। इस बार इन 102 में से 45 पर कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला है। पहले चरण में तीन केंद्र शासित प्रदेश और 10 राज्य पूरी तरह निपट गए। बाकी बचे हुए 11 राज्यों में अगले चरणों में भी मतदान होगा। जिन 102 सीटों पर मतदान शुक्रवार को हुआ,उनमें मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा, बालाघाट, मंडला, सीधी, सतना और जबलपुर की सीटें हैं। इस बार भी पूरे देश में चुनाव लगभग दो ध्रुवीय है।
एक तरफ भाजपा और उसके सहयोगी दलों का राष्ट्रीय नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) एनडीए है,तो दूसरी तरफ कांग्रेस और प्रमुख क्षेत्रीय विपक्षी दलों का इंडियन नेशनल इन्क्लूसिव अलायन्स (भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन) इंडिया गठबंधन है। लोकसभा चुनाव में भाजपा ने इस बार माइक्रो मैनेजमेंट की पराकाष्ठा कर दी है। 2024 के लोकसभा चुनाव अभियान में पार्टी ने जो रणनीति बनाई है वो अभूतपूर्व है। 1952 के पहले चुनाव के बाद से किसी पार्टी ने इस तरह का चुनाव अभियान नहीं चलाया होगा जैसा भाजपा इस बार चला रही है। भाजपा इस बार हर एक लोकसभा सीट पर अलग से फोकस कर रही है और प्रत्येक सीट के लिए अलग रणनीति बना रही है। इसके लिए परंपरागत चुनाव लड़ाने में माहिर रणनीतिकारों के अलावा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस रिसर्च और आईटी की बहुत बड़ी टीम पार्टी के सर्वोच्च रणनीतिकार केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में काम कर रही है। भाजपा की चुनावी तैयारियां इतनी बहुआयामी और व्यापक है की देश के मौजूदा अन्य राजनीतिक दल ऐसा करने की सोच भी नहीं सकते।
10 हजार पूर्णकालिक कार्यकर्ताओं को चुनाव में झोंका
भाजपा ने 10,000 पूर्णकालिक कार्यकर्ताओं को आगामी 100 दिनों के लिए चुनाव अभियान में झोंक दिया है। प्रत्येक मतदान केंद्र पर पार्टी 50 फ़ीसदी लक्ष्य लेकर चल रही है। जिन 225 लोकसभा सीटों पर 2014 और 2019 में भाजपा ने 50 फ़ीसदी मत प्राप्त किए वहां पार्टी ने इस बार 65 फ़ीसदी मतों का लक्ष्य रखा है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने साफ तौर पर मध्य प्रदेश आए अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को बताया कि इस बार मध्य प्रदेश में भाजपा 65 फ़ीसदी प्लस मतों का लक्ष्य लेकर चल रही। भाजपा ने प्रदेश में 19000 ऐसे मतदान केंद्रों की पहचान कर ली है जहां पार्टी पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में कमजोर रही है। भाजपा इन पर खास फोकस कर रही है। क्षेत्रीय संगठन मंत्री अजय जमवाल प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद का पूरा फोकस केवल मतदान केंद्र प्रबंधन पर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता, मजबूत मतदान केंद्र प्रबंधन, लाभार्थी वोट बैंक और सोशल इंजीनियरिंग के बलबूते पार्टी इस लोकसभा चुनाव में बड़ा लक्ष्य लेकर चल रही है।