पुलिस अकादमी भौंरी में हुआ आयोजन
भोपाल, 30 जनवरी. पुलिस मुख्यालय भोपाल की प्रशिक्षण शाखा एवं पुलिस अकादमी भोपाल की निदेशक अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक सोनाली मिश्रा के मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश पुलिस अकादमी, भौरीं भोपाल में सायबर इन्वेस्टिगेशन एवं डिजिटल फोरेंसिक विषय पर दो दिवसीय सेमीनार का सफल आयोजन किया गया. इस सेमिनार में विभिन्न जिलों के उप पुलिस अधीक्षक, निरीक्षक तथा उपनिरीक्षक सहित 42 पुलिस अधिकारियों, सायबर विशेषज्ञों और डिजिटल फोरेंसिक अन्वेषक सम्मिलित हुए. सेमीनार का मुख्य उद्देश्य सायबर अपराधों की जांच में नवीनतम तकनीकों और डिजिटल साक्ष्यों के विश्लेषण से संबंधित जानकारी प्रदान करना था. सेमीनार का उद्घाटन बुधवार को उप पुलिस अधीक्षक राजीव त्रिपाठी द्वारा किया गया. सेमीनार के पहले दिन स्टेट सायबर सेल के धर्मेन्द्र मिश्रा एवं दीपक सिंह ने सायबर अपराध की बेसिक जानकारी सीडीआर, आईपीडीआर का विश्लेषण, शासकीय सायबर क्राइम डीलिंग पोर्टल के संबंध में विस्तृत जानकारी दी. इसी दिन निरीक्षक सायबर सीबीआई अभिषेक सोनकर ने फाइनेंसियल क्राइम इन्वेस्टिगेशन एवं टार्गेटिंग सायबर क्राइम पर प्रभावी व्याख्यान दिया. सेमीनार के दूसरे दिन गुरुवार को सायबर एक्सपर्ट कुलदीप वर्मा ने बेसिक ऑफ डिजिटल फोरेंसिक, इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य की तलाशी एवं जप्ती की प्रक्रिया, इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य की ग्राह्यता आदि के संबंध में जानकारी दी. डीसीपी इकबाल ने साझा की केस स्टडी डीसीपी सेंट्रल जोन भोपाल रियाज इकबाल ने सायबर अवेयरनेस, वर्तमान परिवेश में सायबर अपराधों के संबंध में आने वाली चुनौतियों आदि विषय पर सायबर इन्वेस्टिगेशन के सम्बंध में ओवरव्यू देकर मध्यप्रदेश के सतना, मुरैना, पन्ना, सिंगरौली जैसे विभिन्न जिलों की कप्तानी के दौरान स्वंय के द्वारा ट्रेस किये गए सायबर अपराधों की केस स्टडी के द्वारा फील्ड में पुलिस के द्वारा सायबर अपराध कैसे ट्रेस करें, के सम्बंध में विस्तृत जानकारी साझा की. सेमीनार के दौरान मिशन कर्मयोगी अभियान अंतर्गत आईजीओटी पोर्टल के सम्बंध में वीडियो दिखाकर सभी प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया गया. आभार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रद्धा जोशी एवं उप पुलिस अधीक्षक राजीव त्रिपाठी ने किया. मंच संचालन निरीक्षक रूपेश मगरैया ने किया. सेमीनार को सफलतापूर्वक संपन्न कराने में नोहर सिंह, दिलीप शर्मा, मनोज सेन, निवेश मिश्रा, प्रदीप अलावा एवं सेमीनार कार्य में लगे अन्य पुलिस स्टाफ की महती भूमिका रही.