मुंबई 28 जनवरी (वार्ता) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के बैंकिंग प्रणाली में तरलता बढ़ाने के उपाय किये जाने की घोषणा से फरवरी की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक में ब्याज दरों में कटौती होने की उम्मीद बढ़ने से वित्तीय सेवाएं, बैंकिंग, ऑटो और रियल्टी समेत पांच समूह की कंपनियों में हुई जबरदस्त लिवाली की बदौलत पिछले लगातार दो दिनों की गिरावट से उबरकर आज शेयर बाजार तेजी पर रहा।
बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 535.24 अंक अर्थात 0.71 प्रतिशत की छलांग लगाकर 75,901.41 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 128.10 अंक यानी 0.56 प्रतिशत उछलकर 22,957.25 अंक पर पहुंच गया। हालांकि बीएसई की दिग्गज कंपनियों के विपरीत मझौली और छोटी कंपनियों के शेयरों में जमकर बिकवाली हुई, जिससे मिडकैप 0.61 प्रतिशत लुढ़ककर 41,318.66 अंक और स्मॉलकैप 1.77 प्रतिशत का गोता लगाकर 47,492.48 अंक पर बंद हुआ।
इस दौरान बीएसई में कुल 4084 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 1308 में लिवाली जबकि 2666 में बिकवाली हुई वहीं 110 में कोई बदलाव नहीं हुआ। इसी तरह एनएसई में कारोबार के लिए रखल गई कुल 2937 कंपनियों के शेयरों में से 940 में तेजी जबकि 1920 में गिरावट रही वहीं 77 के भाव स्थिर रहे।
विश्लेषकों के अनुसार, आरबीआई ने देश की बैंकिंग प्रणाली में तरलता बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं। इनमें ओपन मार्केट ऑपरेशन शामिल है। इसके तहत 30 जनवरी, 13 फरवरी और 20 फरवरी 2025 को तीन चरणों में 60,000 करोड़ रुपये की सरकारी प्रतिभूतियां खरीदी जाएंगी। इसके अलावा 50 हजार करोड़ रुपये की 56-दिवसीय परिवर्तनीय दर रेपो नीलामी 07 फरवरी 2025 को आयोजित की जाएगी। आरबीआई के तरलता बढ़ाने के उपाय, जो बैंकिंग प्रणाली में लगभग 1.5 ट्रिलियन रुपये जोड़ सकते हैं, बाजार के लिए सकारात्मक संकेत हैं। इससे फरवरी में मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की होने वाली बैठक में दरों में कटौती की उम्मीदें बढ़ गई हैं। इससे बाजार को बल मिला।
इसके अलावा शुरुआती कारोबार में अमेरिकी 10 वर्षीय ट्रेजरी यील्ड 9.5 आधार अंक गिरकर 4.55 प्रतिशत पर स्थिर रही, जिसने बाजार की उम्मीदों को बल दिया। साथ ही ऊर्जा मांग में संभावित गिरावट के संकेत के कारण तेल की कीमतों में दो प्रतिशत की कमी आई, जिससे मुद्रास्फीति का दबाव कम हुआ। इससे भी निवेश धारणा मजबूत हुई।
इससे बीएसई के पांच समूहों में जमकर लिवाली हुई वहीं अन्य समूह के शेयर गिर गए। इस दौरान सीडी 0.23, वित्तीय सेवाएं 1.45, ऑटो 1.16, बैंकिंग 1.49 और रियल्टी समूह 1.27 प्रतिशत उछल गया। वहीं, हेल्थकेयर 1.92, इंडस्ट्रियल्स 1.61, यूटिलिटीज 1.44, कैपिटल गुड्स 1.58 और पावर समूह के शेयर 1.47 प्रतिशत लुढ़क गए।
विश्व बाजार में मिलाजुला रुख रहा। इससे ब्रिटेन का एफटीएसई 0.55, जर्मनी का डैक्स 0.54 और हांगकांग का हैंगसेंग 0.14 प्रतिशत मजबूत रहा जबकि जापान का निक्केई 1.39 और चीन के शंघाई कंपोजिट में 0.06 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
शुरूआती कारोबार में सेंसेक्स 293 अंक की तेजी के साथ 75,659.00 अंक पर खुला लेकिन बिकवाली होने से थोड़ी देर बाद ही 75,622.88 अंक के निचले स्तर तक गिर गया। वहीं, लिवाली होने से कारोबार के अंतिम चरण में यह 76,512.96 अंक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। अंत में पिछले दिवस के 75,366.17 अंक के मुकाबले 0.71 प्रतिशत उछलकर 75,901.41 अंक हो गया।
इसी तरह निफ्टी भी 131 अंक की मजबूती के साथ 22,960.45 अंक पर खुला और सत्र के दौरान 22,857.65 अंक के निचले जबकि 23,137.95 अंक के उच्चतम स्तर पर रहा। अंत में पिछले सत्र के 22,829.15 अंक की तुलना में 0.56 प्रतिशत की बढ़ोतरी लेकर 22,957.25 अंक पर बंद हुआ।
इस दौरान सेंसेक्स की मुनाफा कमाने वाली कंपनियों में बजाज फाइनेंस 4.39, एक्सिस बैंक 3.82, बजाज फिनसर्व 3.28, एचडीएफसी बैंक 2.51, टाटा मोटर्स 2.15, टाटा स्टील 1.82, आईसीआईसीआई बैंक 1.54, महिंद्रा एंड महिंद्रा 1.26, जोमैटो 1.07, भारती एयरटेल 1.00, इंडसइंड बैंक 0.92, मारुति 0.89, इंफोसिस 0.39, रिलायंस 0.37, एसबीआई 0.33, कोटक बैंक 0.33, टाइटन 0.30 और अल्ट्रासिमको 0.30 प्रतिशत शामिल रही।
वहीं, सन फार्मा 4.47, एलटी 1.32, एनटीपीसी 1.27, पावरग्रिड 1.11, आईटीसी 1.08, एचसीएल टेक 1.01, नेस्ले इंडिया 0.86, टीसीएस 0.73, एशियन पेंट 0.46, टेक महिंद्रा 0.46, अडानी पोर्ट्स 0.18 और हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयर 0.11 प्रतिशत नुकसन में रहे।