बैरसिया रोड पर निजी अस्पताल के पास हुई घटना
मशक्कत के बाद कर्मचारियों ने पाया आग पर काबू
भोपाल, 11 जनवरी. राजधानी के बैरसिया रोड स्थित ईंटखेड़ी इलाके में बीती रात एक इलेक्ट्रानिक गोदाम में आग लग गई, जिससे गोदाम में रखा लाखों रुपए का माल जलकर खाक हो गया. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की दमकलों ने करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया. हालांकि तब तक ज्यादातर सामान जल चुका था. प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण बिजली के मीटर के पास शार्ट सर्किट होना बताया जा रहा है, जबकि सही कारणों का खुलासा जांच के बाद ही हो पाएगा. घटनास्थल के पास ही एक निजी अस्पताल है. आग बढऩे अथवा गोदाम में रखे सिलेंडर में ब्लास्ट होता तो बड़ा हादसा हो सकता था. फायर फाइटर पंकज यादव ने बताया कि बैरसिया रोड स्थित आरोग्य निधि अस्पताल के पास साजिद अली की लक्की इंटरप्राइजेसे के नाम इलेक्ट्रानिक दुकान और गोदाम है. इस गोदाम में एसी, फ्रिज, वाशिंग मशीन, एलसीडी, कूलर, पंखे, वाटर हीटर समेत अन्य सामान रखा हुआ था. शुक्रवार शाम को दुकानदार गोदाम पर ताला लगाकर अपने घर चले गए थे. देर रात एसआई अजय चंद्रवंशी और हेड कांस्टेबल अरविंद जाट इलाके में गश्त कर रहे थे. इसी दौरान उन्हें दुकान से पहले धुआं निकलता दिखाई दिया. वह कुछ समझ पाते, उसके पहले ही यहां से आग की लपटें बाहर निकलने लगीं. पुलिस कर्मचारियों ने इसकी सूचना तत्काल ही पुलिस कंट्रोल रूम, फायर ब्रिगेड और पंकज यादव को दी. सूचना मिलते ही फायर फाइटर पंकज यादव और अन्य कर्मचारी दमकल लेकर मौके पर पहुंचे. करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया. पूरा सामान जलकर खाक हुआ आग बुझने के बाद दमकल कर्मचारियों ने अंदर जाकर देखा तो पूरा सामान जलकर खाक हो चुका था. इलेक्ट्रानिक और प्लास्टिक का सामान होने के कारण वह आग से बुरी तरह से पिघल गया था. आग से जो सामान बच गया, वह पूरी तरह से खराब हो गया है. प्रारंभिक तौर पर लाखों रुपये के नुकसान का आंकलन किया जा रहा है. हालांकि गोदाम में कुल कितना माल भरा हुआ था, इसका खुलासा माल का मिलान करने के बाद ही हो पाएगा. बताया जाता है कि आग मीटर के पास हुए शार्ट सर्किट के कारण लगी थी. ब्लास्ट होने से बचा सिलेंडर फायर फाइटर पंकज यादव ने बताया कि गोदाम के अंदर एक गैस सिलेंडर रखा हुआ था. इसका उपयोग चाय आदि बनाने के लिए किया जाता था. उसे काफी मशक्कत के बाद सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था. इस सिलेंडर में अगर ब्लास्ट हो जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था. घटनास्थल के पास ही आरोग्य निधि अस्पताल है, जिससे आग का खतरा ज्यादा बढ़ गया था.