शहीद का बलिदान कौम की जिंदगी होती हैः योगी

लखनऊ, 6 जनवरी (वार्ता) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शहीद का बलिदान कौम की जिंदगी होती है। देश, धर्म के लिए बलिदान होने वाली लंबी श्रृंखला सदैव से समाज को नया जीवन देती रही है।

मुख्यमंत्री ने सोमवार को एक मीडिया समूह की तरफ से आयोजित शौर्य सम्मान-2025 कार्यक्रम काे संबोधित करते हुये कहा कि जवान सर्दी, गर्मी, बरसात की परवाह किए बिना देश की सीमाओं की रक्षा करते हैं। इस समय भी जब माइनस 20,25,10 तापमान है, तब देश की सीमाओं पर भारत मां के जवान दिन रात खड़े होकर, पुलिस बल के जवान निरंतर पेट्रोलिंग में रहकर आमजन के मन में सुरक्षा का भाव पैदा करते हैं। यदि समाज आर्मी, पैरामिलिट्री, पुलिस बल के जवानों का सम्मान नहीं करेगा या शहीद परिवारों के बारे में नहीं सोचेगा तो इसका मतलब हम राष्ट्रीय दायित्वों का निर्वहन नहीं कर पा रहे हैं।

उन्होने कहा कि 1965-1971 में पाकिस्तान के खिलाफ हुए युद्ध में भागीदार, शहीदों के परिजनों, भारतीय सेना के जवानों, देश के अंदर हुए विभिन्न ऑपरेशन में भाग लेने वाले स्मृतिशेष जवानों के परिजनों का यहां सम्मान हुआ। सुरक्षा के बिना सभ्य समाज की कल्पना नहीं की जा सकती है। स्वतंत्रता का अहसास हो, लेकिन हमारी स्वतंत्रता दूसरे की स्वतंत्रता में बाधा न बने। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने जो संविधान दिया, उसके अनुसार सुरक्षा की पहली शर्त सुशासन है। सुशासन की स्थापना के लिए जो जवान दिन रात लगे रहते हैं, उन्हें सम्मान देना राष्ट्रीय दायित्वों के निर्वहन जैसा है।

मुख्यमंत्री ने 2017 के पहले और अब के उत्तर प्रदेश का अंतर बताते हुये कहा कि 2017 के पहले कोई सुरक्षित नहीं था। नौजवान के भविष्य़ से खिलवाड़ होता था। उनके पास नौकरी व रोजगार नहीं था। यूपी की पहचान दंगाग्रस्त व अराजक प्रदेश के रूप में थी। आज उत्तर प्रदेश सुरक्षित है। स्वतस्फूर्त भाव के साथ प्रदेश में सभी कार्यक्रम संचालित हो रहे हैं। तंत्र वही है, बस सरकार का चेहरा बदल गया। यह वही प्रदेश है, जहां पहले कोई निवेश नहीं करता था। 2017 के पहले हर परीक्षा की शुचिता व पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े होते थे। प्रत्येक सप्ताह दो से तीन बड़े दंगे होते थे, लेकिन आज प्रदेश दंगामुक्त है। सर्वाधिक निवेश को आमंत्रित करने वाला प्रदेश है। बिना भेदभाव के योग्यता के आधार पर सरकारी-निजी क्षेत्र में नौकरी व रोजगार की गारंटी देने वाला प्रदेश है।

उन्होेने कहा कि जिस प्रदेश में 40 हजार करोड़ का निवेश नहीं आता था, उस प्रदेश में आज 40 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए, जिससे सवा करोड़ नौकरी की गारंटी मिली। बदली परिस्थितियों की नींव में सुरक्षा, कानून-व्यवस्था की बेहतर स्थिति है। इसके लिए हमने अपने जवान भी खोए हैं। 2017 में प्रदेश सरकार ने पॉलिसी बनाई कि कोई जवान (सेना, अर्धसेना, पुलिस बल) शहीद होता है तो उसके परिवार की जिम्मेदारी सरकार की होगी। हमने 1.50 लाख से अधिक पुलिसकार्मिकों के खाली पदों को भरा।

योगी ने कहा कि 2017 के पहले पुलिस भागती थी, अपराधी दौड़ाता था। आज अपराधी हांफते-हांफते मर रहा है। पुलिस अपराधी व उनके आकाओं को सही जगह पहुंच रही है। यह नए भारत के नए उत्तर प्रदेश का बदला स्वरूप है। यहां सुरक्षा, सम्मान, पहचान भी है। इस साल के अंत तक जब गंगा एक्सप्रेसवे बन जाएगा तो देश का 55 फीसदी एक्सप्रेसवे यूपी के पास होगा। सबसे अधिक रेलवे नेटवर्क, एयरपोर्ट, मेट्रो संचालित, सर्वाधिक नगर निकाय, आस्था को गौरव के साथ आगे बढ़ाने वाला प्रदेश उत्तर प्रदेश होगा।

उन्होने कहा कि 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज की धऱती पर महाकुम्भ-2025 होने जा रहा है। यह मुहूर्त 144 वर्ष बाद आया है। महाकुम्भ के बहाने प्रयागराज व आसपास के शहरों का भी कायाकल्प हुआ है। 200 से अधिक सड़कों को सिंगल से डबल, डबल से फोरलेन, फोरलेन से सिक्सलेन बनाया। एक वर्ष में एक शहर में 14 नए फ्लाईओवर बनकर तैयार हुए। रेलवे स्टेशनों का पुनरुद्धार हुआ, एयरपोर्ट नए सिरे से देखने को मिल रहा है।

योगी ने कहा कि अक्षयवट, सरस्वती देवी, बड़े हनुमान, महर्षि भारद्वाज, श्रृंगवेरपुर, पातालपुरी कॉरिडोर आदि पहली बार देखने को मिलेंगे। दुनिया की तीसरी बड़ी आबादी के बराबर श्रद्धालु प्रयागराज आएंगे। एक दिन में 10 करोड़ श्रद्धालु भी आ गए तो आसानी से स्नान कर पुण्य प्राप्त करेंगे। स्वच्छ कुम्भ के लिए जीरो लिक्विड डिस्चार्ज की व्यवस्था है। 1.50 लाख से अधिक शौचालय बनाए गए हैं। पीएम मोदी के नेतृत्व में इस सदी का कुम्भ डिजिटल कुम्भ के रूप में जाना जाएगा। प्रयागराज महाकुम्भ आस्था व आधुनिकता का संगम होगा। अयोध्या, काशी, मां विंध्यवासिनी धाम, चित्रकूट, लखनऊ, श्रृंगवेरपुर आदि आध्यात्मिक विरासत से जुड़ने का अवसर प्राप्त होगा।

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