जबलपुर:शहर में दौड़ रहे वाहनों की जांच के लिए पीयूसी दल गठित किया गया है। परंतु उसके बावजूद भी बहुत से पुराने खटारा वाहनों की पीयूसी जांच नहीं हो रही है, जिसके कारण शहर की सडक़ों पर रोजाना ही बिना फिटनेस के वाहन फर्राटा से दौड़ रहे हैं। जिनमें खास तौर पर कई वाहनों पर इतनी मात्रा में धुआं निकलता है कि जिससे वायु प्रदूषण तो हो ही रहा है साथ ही आसपास के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उल्लेखनीय है कि शहर के चौराहा, तिराहे एवं हाईवे पर खड़े पीयूसी जांच दल वाहनों की जांच करता है। परंतु अब इस जांच दल कोई आता- पता नहीं है।
काले धुएं से स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव
वाहनों से निकलने वाला धुआं (जैसे कि कार्बन मोनोऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड्स, और सूक्ष्म कण) वायु प्रदूषण का एक प्रमुख कारण है। वाहनों द्वारा उत्सर्जित ये हानिकारक गैसें और कण स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डालते हैं। जिससे श्वसन संबंधी समस्याएं, हृदय रोग, और कैंसर जैसी बीमारी हो सकती है। इसके अलावा, इनसे पर्यावरण में ग्रीनहाउस गैसों का स्तर बढ़ता है, जो वैश्विक तापन (ग्लोबल वार्मिंग) को बढ़ावा देता है।