ग्वालियर। ग्वालियर के सिविल अस्पताल को आईसीयू के रूप में एक बड़ी सौगात मिली है। मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के बड़े भाई देवेंद्र सिंह तोमर के निधन के बाद मंत्री ने संकल्प लिया था कि वह तेरहवीं में अनावश्यक खर्चा नहीं करेंगे और उसके स्थान पर लोगों के जीवन की रक्षा करने के लिए अस्पताल में आईसीयू निर्मित करवाएंगे।
*सिविल अस्पताल में आईसीयू के साथ ही पीआईसीयू भी बनेगा*
बता दें कि 19 दिसंबर को मंत्री के बड़े भाई देवेंद्र सिंह तोमर का निधन हुआ था, उन्हीं की स्मृति में यह आईसीयू बनवाया गया है। सीएसआर फंड और जन सहयोग से बनाए गए 20 बैड के इस आईसीयू की खास बात यह है कि सिविल अस्पताल में बनने वाला मध्य प्रदेश का यह पहला आईसीयू है। सिर्फ इतना ही नहीं, सिविल अस्पताल में पीआईसीयू भी बनवाया गया है। सिविल हॉस्पिटल हजीरा में आईसीयू बनने के बाद अब गंभीर मरीजों का यहां इलाज हो सकेगा जिससे जिले के अन्य बड़े सरकारी अस्पतालों पर बोझ कम होगा।
अभी तक ग्वालियर के सिविल हॉस्पिटल हजीरा में सीटी स्कैन मशीन नहीं थी। यहां ओपीडी में आने वाले मरीज और भर्ती मरीजों को सीटी स्कैन के लिए प्राइवेट लैब या अन्य शासकीय अस्पतालों में जाना पड़ता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। साथ ही ऊर्जा मंत्री ने शहर के समस्त नागरिकों से अपील की है कि सिविल अस्पताल में इन मॉडर्न हेल्थ सेवाओं का संचालन सफलतापूर्वक होता रहे और साथ ही भविष्य में यहां अन्य आधुनिक हेल्थ सेवाएं जुड़ सके, इसके लिए अस्पताल की रोगी कल्याण समिति में मुक्तहस्त से दान दें।