बेकवाटर के किनारे रंगीन तितलियां पर्यटकों का बचपन लौटा रहीं,मंत्री विजय शाह का सपना बदला वास्तविकता में
नवभारत न्यूज
खंडवा। रंगों का अनोखा समन्वय किसे नहीं भाता। शायद ही कोई होगा,जो रंग-बिरंगी तितलियों को देखकर मोहित नहीं होता होगा। खंडवा जिले के छनेरा के पास बेकवाटर के किनारे इन्हीं तितलियों का रंगीन संसार बसा है। यहां 150 प्रकार की तितलियां उड़ान भर रही हैं। इनके ककून रोज नया प्राकृतिक रंग बसाने में मदद कर रहे हैं।
प्रकृति में जैव विविधताओं में इन तितलियों की अपनी दुनिया है। खूबसूरती से सराबोर तितलियों के संसार को छनेरा के पास प्राकृतिक वातावरण में बसाया जा रहा है। इस काम को प्रदेश के तत्कालीन वन मंत्री विजय शाह ने पांच साल पहले अंजाम दिया था। अब उनके सपनों की दुनिया में रंग बिरंगी तितलियां वास्तविकता को अंजाम दे रही हैं।
कैसे हुई शुरूआत?
विजय शाह का कहना है कि उनके पुत्र और जिला पंचायत के उपाध्यक्ष कहीं घूमने गए थे। तितली पार्क वहां देखा। उन्होंने पिता से कहा कि हमारे क्षेत्र के लोग इतनी दूर तितलियों का यह संसार देखने नहीं आ सकते। फिर इसकी शुरूआत हो गई। आज सबके सामने तितली पार्क है, जहां लोग परिवार सहित पहुंच रहे हैं।
पर्यटकों की भीड़
हांलाकि ये पार्क पूरी तरह बनकर अभी तैयार भी नहीं हुआ है। पर्यटक अभी से इस पार्क में घूमने के लिए आने लगे हैं। यहां आने वाला हर पर्यटक अभी से रोमांचित है। पर्यटकों की मानें तो बचपन के बाद जिंदगी की बढ़ती भागदौड़ के बीच तितलियों को यूं करीब से देखने और जानने का मौका नहीं मिला।
इतिहास की तैयारी
तितलियों के लिए किया गया बेहतर वातावरण राजा हर्षवर्धन की नगरी हरसूद अब इतिहास में दर्ज है। एशिया के सबसे बड़े मीठे पानी के समुंदर इंदिरा सागर में समाई इस नगरी के विस्थापन का दर्द और यहां के लोगों का बलिदान किसी से छिपा नहीं है। विस्थापन का एक ऐसा दंश झेला जो इतिहास के पन्नों पर एक बलिदान गाथा बनकर अमिट छाप छोड़ गया।
अभी से इतना आकर्षण
हरसूद के चारखेड़ा में प्रदेश के तत्कालीन वन मंत्री विजय शाह ने तितलियों का एक पार्क बनवाया है। रंग बिरंगी तितलियों को बेहतर वातारण में बटरफ्लाई पार्क का निर्माण किया गया है। तितलियों के संसार को देखने के लिए पर्यटक पहुंचने लगे हैं। पार्क को देखकर वे काफी खुश हो रहे हैं। पर्यटक यहां बटरफ्लाई के कटआउट के सामने और पार्क में सेल्फी लेकर इस पार्क में बिताए पल को कैमरे में कैद रहे हैं। 14 हेक्टेयर में तैयार किया जा रहा पार्क: बटरफ्लाई पार्क चर्चा में है। यहां तितलियों के लिए बेहतर रहवास और अनुकूल वातावरण बनाया जा रहा है। बटरफ्लाई पार्क में तितलियों के लिए फूलों के पौधे लगाए जा रहे हैं।