खंडवा: जिला प्रशासन ने जंगल में बढ़ रहे अतिक्रमण को लेकर बड़ी कार्रवाई की है। गुरुवार को वन विभाग और जिला प्रशासन ने करीब 500 जवानों और 40 जेसीबी मशीनों के साथ अतिक्रमण क्षेत्र में दबिश दी। कब्जाई जमीनों में खंती खोदने की कार्रवाई की जा रही है।खालवा व गुड़ी समेत बुरहानपुर से सटे बेशकीमती सागौन के जंगलों को काटकर खेत बना चुके हैं। खरगोन व बड़वानी क्षेत्र के आदिवासियों ने राजनीतिक संरक्षण से जंगल सफाचट कर चुके हैं। वन अमलों के छोटे कर्मियों पर अब ये हावी हैं।
तीर-गोफन वाले भागे
अक्सर ये वन अमले व पुलिस पर तीर व गोफन से पत्थरों की बरसात कर देते हैं। जेसीबी का अमला भी देखकर भाग खड़े हुए। इन्होंने जंगलों को खेत बना दिया है। चने की फसलें लहलहा रही थीं। कलेक्टर भी दंग रह गए। उन्होंने कहा कि जंगलों की जगह फसल होना दुखद है। ऐसे मसलों पर कठोर कार्रवाई की जरूरत है। शासन व सरकार से बात कर नई योजना बनाएंगे।
ऐसा मंजर पहली बार
खंडवा में इसकी बड़ी तैयारी हो रही थी। खंडवा से जसवाड़ी रोड व गुड़ी की तरफ अफसरों के वाहन और 40 जेसीबी, ट्रेक्टर व अन्य संसाधन व वन व पुलिस फोर्स को सडक़ों पर देखकर शहर के लोग भी कंकपका गए। उन्हें लगा कि शहर में कोई बड़ी कार्रवाई की तैयारी है। सिंगोट की तरफ वाहन व अमला जाने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली। गुड़ी व नहारमाल में की तरफ भी इसी तरह की खौफ लोगों में दिखा। वहां मशीनों ने धड़ाधड़ फसलें उजाड़ दीं। खंतियां खोदना शुरू कर दीं। झोपडिय़ां भी तोड़ीं। पौधे लगाने के लिए गड्डे भी खोद दिए।
डेड लाइन दी गई थी
वन विभाग ने जमीन मुक्त करने का नोटिस देकर 25 दिसंबर तक का समय दिया था। इसके बावजूद किसी ने भी वन विभाग की जमीन से कब्जा नहीं छोड़ा। जिला प्रशासन पूरी प्लानिंग के साथ पुलिस बल ,राजस्व और वन विभाग के कर्मचारियों के साथ मुक्त कराई गई। जमीन पर पुन: पौधारोपण करवाने की तैयारी के साथ पहुंचे थे। अन्य जमीन पर कब्जा है उसे भी हटाया जा रहा है।
कलेक्टर-एसपी जंगल में
खंडवा के गुड़ी रेंज के जंगल में अतिक्रमणकारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की जा रही है। वन विभाग, राजस्व की टीम भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुची। 40 से ज्यादा बुल्डोजर से नाहरमाल वन परिक्षेत्र में अतिक्रमण मुक्त करने की कार्रवाई की जा रही है। यहां अतिक्रमणकारियों ने लगभग 400 हजार हेक्टेयर क्षेत्र से पेड़ काटकर खेती योग्य जमीन बना ली गई है। कलेक्टर व एसपी व अफसरों की टीम जंगल में तैनात रही। उस समय कब्जेदार भाग खड़े हुए।
खेत उजाड़ डाले
अफसर जंगल के अंदर घुसे तो उन्होंने बीच जंगल में फसलें देखीं। कलेक्टर ने डीएफओ से कहा कि पहले जेसीबी जंगल के अंदर लेकर आओ। यहां फसल लगा रखी हैं। डीएफओ राकेश कुमार डामोर ने कुछ जेसीबी बुलवाई। सैकड़ों एकड़ मे चने की फसल लगी हुई थी। जिन्हें नष्ट किया गया।
कलेक्टर रिपोर्ट देंगे
प्रशासन के कुछ अफसरों ने ब्लास्टिंग से चौड़े गड्डे खोदने का सुझाव दिया। कलेक्टर व एसपी अब शासन को पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट देंगे। वे प्लानिंग में मदद भी करेंगे। इससे लगता है कि राज्य सरकार भी शायद अतिक्रमण के मामले में सख्त है। अक्सर नेताओं के संरक्षण से ही जंगल काटकर खेत बनाए जाते हैं।