मैक्सवेल ब्रेक लेकर स्वयं को करना चाहते थे तरोताजा

मुम्बई (वार्ता) शारीरिक और मानसिक रूप से आराम की तलाश कर रहे रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के धाकड़ बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल का बल्ला इस बार इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में रन नहीं उगल रहा है और इसलिये स्वयं को तरोताजा करने लिए उन्होंने सनराइजर्स हैदराबाद (एसआरएच) के खिलाफ मुकाबले में उनकी जगह किसी और को चुनने की मांग की थी।

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को सात मैचों छठी हार के बाद मैक्सवेल ने कहा, “व्यक्तिगत रूप से यह मेरे लिए काफी आसान फैसला था। पिछले मैच के बाद मैं फाफ और कोच के पास गया और कहा कि शायद अब समय आ गया है कि मेरी जगह किसी और को आजमाया जाए। मैं ऐसी परिस्थितियों में पहले भी रहा हूं जहां लगातार खेलते हुए मैंने स्वयं को खराब परिस्थिति में पाया है। मेरे हिसाब से यह उचित समय है कि मैं ब्रेक लूं और स्वयं को मानसिक तथा शारीरिक रूप से तरोताजा करूं। टूर्नामेंट के दौरान यदि मेरी आवश्यकता होती है तो शायद मैं अच्छा योगदान दे पाऊंगा।”

उन्होंने कहा, “पावरप्ले के बाद हमारे खेल में बड़ा अंतर आता है और यही पिछले कुछ सत्र से मेरी सबसे बड़ी ताकत रही है। मुझे लगा कि मैं बल्ले से सकारात्मक तरीके से योगदान नहीं दे पा रहा था और हम जिस स्थिति में है उसे देखते हुए मुझे यही सही लगा कि मेरी जगह किसी और को मौका दिया जाए।”

उन्होंने कहा, “टी-20 क्रिकेट कई बार ऐसा हो सकता है। यदि आप पहले मैच को ही देखें तो मैंने बल्ले के बीच वाले हिस्से से कीपर को कैच थमाया। मैंने लेंथ अच्छे से पकड़ ली थी और रन बनाने का मौका देख लिया था, लेकिन बल्ले को अधिक खोल दिया। जब आप अच्छी लय में होते हैं तो यह कीपर से दूर जाती है और आपको बाउंड्री मिलती है।”

उन्होंने कहा, “शायद मैं अब तक लय ही नहीं पकड़ पाया। पहले कुछ मैचों में मुझे लगता है कि मैंने सही निर्णय लिये लेकिन फिर भी मैं आउट हो रहा था। टी-20 क्रिकेट में जब ऐसा होता है तो आप अधिक प्रयास करने लगते हैं और क्रिकेट के बेसिक को भूल जाते हैं।”

उन्होंने, “वह एकदम अलग बात थी। उस समय मुझे सबसे अधिक दुख इस बात का था कि मैं अच्छी गेंदबाजी कर रहा था। मैं एक स्पिनर के तौर पर खेल रहा था जिसका अंत में बल्ले के साथ उपयोग किया जा रहा था। हमारे पास केएल और मयंक थे, जो सत्र के सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजो में से एक थे। ऐसे में अंत में अधिक गेंदें नहीं बच रही थी। उस समय भी मैंने पंजाब प्रबंधन से यही कहा था कि मेरी जगह किसी विदेशी गेंदबाज को शामिल किया जाए। हालांकि, टीम में कोई ऑफ स्पिनर नहीं था।”

उल्लेखनीय है कि आईपीएल 2024 में आते हुए मैक्सवेल शानदार फार्म में थे। नवंबर की शुरुआत से मैक्सवेल ने 17 टी-20 मैचों में 42.46 की औसत और लगभग 186 की स्ट्राइक-रेट से 552 रन बनाए और इस दौरान उन्होंने दो शतक भी लगाए थे।

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