भोपाल, 16 दिसंबर (वार्ता) मध्यप्रदेश विधानसभा में आज उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने गुना जिले के राघौगढ़ कॉलेज से जुड़े एक सवाल के जवाब में स्वीकार किया कि विधानसभा में आए उत्तर में त्रुटि हुई है और इस संबंध में दो लोगों पर कार्रवाई की गई है।
प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने कहा कि उन्होंने पिछले सत्र में राघौगढ़ काॅलेज में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के संबंध में पूछा था, जिसके जवाब में बताया कि कॉलेज में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम चल रहे हैं, जबकि वास्तविकता ये है कि वो कॉलेज स्नातकोत्तर है ही नहीं। इस पर मंत्री श्री परमार ने स्वीकार किया कि उत्तर में उस कॉलेज की बजाए किसी दूसरे कॉलेज के बारे में जानकारी चली गई है। इस त्रुटि को सुधार लिया गया है और इस संबंध में दो लोगों पर कार्रवाई की गई है।
इस पर प्रश्नकर्ता श्री सिंह ने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि नियमानुसार मंत्री अगर विधानसभा में गलत उत्तर देते हैं तो अगले सत्र की कार्यसूची में उसका उल्लेख होता है और मंत्री दोबारा उसका संशोधित उत्तर पढ़ते हैं। उन्होंने मांग की कि अगले चार दिन में इस मामले का कार्यसूची में उल्लेख किया जाए और मंत्री इस पर खेद व्यक्त करें।
हालांकि इसके बाद मंत्री श्री परमार ने किसी भी कॉलेज का दर्जा स्नातकोत्तर किए जाने संबंधित नियम बताए और कहा कि राघौगढ़ कॉलेज में दो विषयों में स्नातकोत्तर प्रारंभ कर दिया जाएगा, जिसके बाद सदन की कार्यवाही आगे बढ़ गई।