सरयू नदी के तट पर दी भावपूर्ण कथक प्रस्तुति
खरगोन। शहर की कत्थक नृत्यांगना में गौरी देशमुख ने अपनी गुरु शिंजिनी कुलकर्णी पंडित बिरजू महाराज की नातिन के साथ मंच साझा करने का मौका मिला। उन्होंने अयोध्या में चल रहे 7 दिवसीय रामायण पाठ के दौरान सरयू नदी के पवित्र तट पर अपनी गुरु के साथ एक अनूठी कथक प्रस्तुति दी, जो यादगार रही। यह नृत्य प्रस्तुति रामायण पर आधारित थी, जिसमें भगवान राम के जीवन के विभिन्न प्रसंगों को नृत्य और भावों के माध्यम से जीवंत किया गया।
इस कार्यक्रम में कथक नृत्य की बारीकियों के साथ.साथ रामायण की गहराई और आध्यात्मिकता का अद्भुत संगम देखने को मिला। गुरु.शिष्या की इस जोड़ी ने अपने नृत्य कौशल से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। रामायण के विभिन्न दृश्यों को राग, ताल, और अभिव्यक्तियों के माध्यम से प्रस्तुत कर, उन्होंने अयोध्या की धरती पर एक अनुपम सांस्कृतिक अनुभव दिया। 7 दिवसीय रामायण पाठ के दौरान, यह प्रस्तुति मुख्य आकर्षण बनी, जहां सैकड़ों श्रद्धालु और दर्शक उपस्थित रहे। इस आयोजन ने अयोध्या की पौराणिकता और सांस्कृतिक विरासत को और भी अधिक समृद्ध किया।