नयी दिल्ली, (वार्ता) भारत की फैक्ट्री गतिविधियाँ नवंबर 2024 में भी त्यौहारी सीजन का असर दिखा जिससे विनिर्माण क्रय प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) 56.5 पर रहा। हालांकि अक्टूबर महीने की तुलना में इसमें थोड़ी सुस्ती देखी गयी क्योंकि त्यौहारी मांग के बल पर अक्टूबर में यह 57.5 पर रहा था।
सोमवार को जारी पीएमआई के आंकड़ों में यह बात पता चला है। 50 से नीचे का पीएमआई को नकारात्मक माना जाता है जबकि इससे अधिक गतिविधियों में विस्तार को दर्शाता है।
एचएसबीसी के भारत में मुख्य अर्थशास्त्री प्रांजुल भंडारी ने कहा, “ भारत ने नवंबर में 56.5 विनिर्माण पीएमआई दर्ज किया, जो पिछले महीने से थोड़ा कम है, लेकिन फिर भी विस्तारवादी क्षेत्र में मजबूती से बना हुआ है। नए निर्यात ऑर्डर में चार महीने के उच्चतम स्तर से प्रमाणित मजबूत व्यापक-आधारित अंतर्राष्ट्रीय मांग ने भारतीय विनिर्माण क्षेत्र की निरंतर वृद्धि को बढ़ावा दिया। हालांकि, उसी समय, मूल्य दबावों में वृद्धि के कारण उत्पादन विस्तार की दर में कमी आ रही है।” एचएसबीसी इंडिया मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई को एसएंडपी ग्लोबल द्वारा लगभग 400 निर्माताओं के पैनल में क्रय प्रबंधकों को भेजे गए प्रश्नावली के जवाबों से संकलित किया जाता है। यह अर्थशास्त्रियों, बाजारों और नीति-निर्माताओं द्वारा बारीकी से देखे जाने वाले उच्च-आवृत्ति डेटा में से एक है।
सर्वेक्षण में कहा गया है कि सकारात्मक मांग के रुझान ने इस साल नवंबर में बिक्री और उत्पादन में तेज विस्तार को बढ़ावा दिया, हालांकि कंपनियाें ने संकेत दिया कि प्रतिस्पर्धी स्थितियों और मूल्य दबावों से विकास कुछ हद तक सीमित था।