पणजी, (वार्ता) बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री शर्मिला टैगोर ने कहा कि तपन सिन्हा कम बोलने वाले और बहुत अच्छे श्रोता थे।
प्रसिद्ध फिल्म निर्माता तपन सिन्हा के जीवन और कार्य के शताब्दी समारोह के हिस्से के रूप में बुधवार सुबह गोवा के पंजिम में कला अकादमी में 55 वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) के दौरान तपन सिन्हा-शताब्दी सत्र-आयाम और आत्मा पर एक पैनल चर्चा आयोजित की गई।
शर्मिला टैगोर ने तपान सिन्हा सिन्हा के मानवीय गुणों को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “वे कम बोलने वाले और बहुत अच्छे श्रोता थे।” उन्होंने बताया, “कुछ लोग ऐसे होते हैं, जिनके पास कहने के लिए कुछ नहीं होता और इसलिए वे चुप रहते हैं। लेकिन तपन बाबू के पास कहने के लिए बहुत कुछ था, हालांकि उन्हें इसकी ज़रूरत नहीं थी।”
तपन सिन्हा के लेखन पर रवींद्रनाथ टैगोर के गहरे प्रभाव के बारे में भी शर्मिला टैगोर ने विस्तार से चर्चा की।