कोलकाता 12 अप्रैल (वार्ता) राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के आतंकवाद निरोधक बल ने शुक्रवार को बेंगलुरु के रामेश्वर कैफे विस्फोट के दो मुख्य आरोपियों को पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर जिले से गिरफ्तार किया।
आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी है।
एनआईए ने अपने बयान में कहा कि एजेंसी विस्फोट मामले की जांच कर रही है और दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
आरोपियों की पहचान मुसाविर हुसैन शाजिब और अब्दुल मथीन ताहा के रुप में की गयी है।
शिवमोगा जिले के तीर्थहल्ली का निवासी मुसाविर हुसैन शाजिब इसका मास्टरमाइंड था और उसने ही विस्फोट को अंजाम दिया था।
बयान में कहा कहा गया है कि मुसाविर हुसैन शाजिब वह आरोपी है जिसने कैफे में आईईडी रखा था और अब्दुल मथीन ताहा विस्फोट की योजना बनाने, उसे अंजाम देने और उसके बाद कानून के चंगुल से बचने का मास्टरमाइंड है।
बयान के मुताबिक एनआईए आज सुबह कोलकाता के पास फरार आरोपियों का पता लगाने में सफल रही, जहां ये लोग झूठी पहचान बताकर छिपे हुए थे।
एनआईए द्वारा सफलतापूर्वक पूरा किया गया यह प्रयास केंद्रीय खुफिया एजेंसियों और पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, कर्नाटक और केरल पुलिस की राज्य पुलिस एजेंसियों के बीच ऊर्जावान समन्वित कार्रवाई और सहयोग द्वारा समर्थित था।
बेंगलुरु के ब्रुकफील्ड स्थित कैफे में हुए आईईडी विस्फोट में कई लोग घायल हो गए।
जांच में मुख्य आरोपी का पता लगाने के लिए 1,000 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की समीक्षा शामिल है।
एनआईए ने इससे पहले 28 मार्च को कर्नाटक में 12, तमिलनाडु में पांच और उत्तर प्रदेश में एक सहित 18 स्थानों पर छापेमारी के बाद मामले में सह-साजिशकर्ता मुजम्मिल शरीफ को गिरफ्तार किया था।
पश्चिम बंगाल पुलिस ने अपने एक्स हैंडल पर कहा, “झूठ अपने सबसे बुरे स्तर पर है।
अमित मालवीय के दावों के विपरीत तथ्य यह है कि पश्चिम बंगाल पुलिस और केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के संयुक्त अभियान में पूर्व मेदिनीपुर से रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले में दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है।
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