भोपाल, 22 नवम्बर (वार्ता) अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा अडानी समूह के प्रमुख गौतम अडानी और कंपनी के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों पर सौर ऊर्जा परियोजनाएं प्राप्त करने के लिए कथित रिश्वत और धोखाधड़ी का आरोप लगाए जाने के बाद कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई ने इस मामले में संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) द्वारा जांच कराए जाने की मांग की है।
कांग्रेस महासचिव और प्रदेश पार्टी प्रभारी जितेंद्र सिंह ने आज यहां पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के साथ एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान श्री पटवारी ने कहा कि कहा कि पार्टी इस समूचे मामले की जांच संसद की जेपीसी समिति से कराने की मांग करती है। उन्होंने मीडिया में आईं खबरों का हवाला देते हुए कहा कि जिन सरकारों या अधिकारियों को कथित तौर पर 2000 करोड़ से अधिक की रिश्वत बांटी गई है, उन सरकारों को और उनके अधिकारियों को भी जांच के दायरे में शामिल किया जाए।
श्री पटवारी ने आरोप लगाया कि अडानी समूह की कंपनी सदा से ही गुमराह करके भारतीय जनता पार्टी की सरकारों को लाभ पहुंचाने का काम करती रही है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में भी इस कंपनी ने निवेश के कई वादे किए थे।
उन्होंने कहा कि अमेरिका में वारंट जारी होने के बाद भारत में बहुत से गरीब निवेशकों की करोड़ों की राशि डूब गई है। पूरी दुनिया में भारतीय कारपोरेट जगत की प्रतिष्ठा और साख भी दांव पर लग गई है।
उन्होंने मांग की कि अमेरिकी सरकार से जांच के तथ्यों को एकत्रित कर रिश्वतखोरी के इस गंभीर अपराध पर भारत में भी मुकदमा दर्ज किया जाए।