नयी दिल्ली, 18 नवंबर (वार्ता) कांग्रेस ने कहा है कि मणिपुर में फिर हिंसा भड़कने से वहां की स्थिति और बिगड़ रही है, इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तुरन्त मणिपुर का दौरा कर समस्या के समाधान के लिए राज्य के नेताओं की सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए।
कांग्रेस के मणिपुर के प्रभारी महासचिव गिरीश चोडनकर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के. मेघचंद्रा तथा कांग्रेस संचार विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने सोमवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि श्री मोदी विदेश यात्रा के दौरान बड़ी बातें करते हैं लेकिन खुद के देश में मणिपुर पिछले साल तीन मई से जल रहा है लेकिन उसके बारे में कुछ नहीं सोचते और ना वहां जाकर समस्या पर बात कर उसका समाधान निकालते हैं।
प्रधानमंत्री से मणिपुर जाने और समस्या का निदान करने की मांग करते हुए उन्होंने कहा “श्री मोदी मणिपुर जाएं, वहां के राजनीतिक दलों के नेताओं और राहत शिविर में रहने वाले लोगों से मिलें, मणिपुर के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल से मुलाक़ात करें।”
कांग्रेस नेताओं ने कहा, “गत 31 जुलाई से मणिपुर में पूर्णकालिक राज्यपाल नहीं है इसलिए जल्द से जल्द वहां पूर्णकालिक राज्यपाल नियुक्त किया जाना चाहिए। विफलताओं के बावजूद मणिपुर के मुख्यमंत्री को क्यों बचाया जा रहा है। श्री मोदी तथा श्री अमित शाह ईमानदारी से यदि ड्रग माफिया के खिलाफ लड़ाई लड़ना चाहते हैं, तो हाईकोर्ट में लंबित सभी केसेज में कारवाई शुरू करवाइए। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि मणिपुर में संवैधानिक तंत्र टूट चुका है इसके बावजूद मणिपुर के मुख्यमंत्री को पद से नहीं हटाया गया – ये समझ से परे है।”
उन्होंने कहा, “हजारों लोग अपने घरों से विस्थापित हुए हैं, कई लोग मारे गए हैं। वहां डबल इंजन सरकार फेल हो गई है। हम उम्मीद करते हैं कि मामले की गंभीरता को समझते हुए, कांग्रेस की मांग को माना जाएगा। मणिपुर में महंगाई, बेरोजगारी बहुत बढ़ गई है और प्रदेश के बच्चों की पढ़ाई का भी बहुत नुकसान हुआ। लोगों की नौकरियां चली गईं। ये सब कुछ बीते 18 महीने में हुआ और मणिपुर के लोगों ने ये सब सहा है लेकिन अब चीजें हद से पार जा चुकी हैं। यह श्री मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री की नाकामी है कि वह आज तक मणिपुर नहीं गए। हमने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की ताकि मणिपुर में शांति स्थापित हो सके। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी कई बार मणिपुर जा चुके हैं।”