नयी दिल्ली 18 नवंबर (वार्ता) महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की कुल 288 और झारखंड विधानसभा के लिए दूसरे चरण की 38 सीटों पर चुनाव के लिए सोमवार शाम पांच बजे सार्वजनिक प्रचार अभियान थम गया।
दोनों राज्यों में मतदान सुबह सात बजे शुरू होगा और अधिकांश सीटों पर शाम छह बजे तक वोट डाले जायेंगे।
महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस जैसे प्रमुख राष्ट्रीय दलों और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के दोनों गुटों, शिव सेना और शिव सेना (उद्धव बाल ठाकरे) के अलावा समाजवादी पार्टी और ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मस्लमीन (एआईएमआईएम) के स्टार प्रचारकों और अन्य क्षेत्रीय नेताओं ने धुंआधार रैलियां निकाली एवं प्रचार किया।
भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार किया। भाजपा के साथ महायुति गठबंधन के प्रचार में शिव सेना के नेता एवं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस और राकांपा के नेता एवं उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने दिन-रात एक किया।
कांग्रेस के ओर से पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के अलावा प्रदेश पार्टी अध्यक्ष नाना पटोले और अन्य नेताओं ने बड़ी रैलियां की और एमवीए के दिग्गज प्रचारकों में पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मोर्चा संभाले रखा। कांग्रेस और भाजपा के नेताओं ने प्रचार के दौरान एक-दूसरे पर विभाजनकारी राजनीति करने और संविधान का तिरस्कार करने का आरोप लगाया तथा तल्खियां इतनी बढ़ गयी की दोनों पार्टियां एक दूसरे के खिलाफ चुनाव आयोग पहुंच गयी।
सार्वजनिक चुनाव प्रचार का दौर समाप्त होने के बाद उम्मीदवार और उनके समर्थक निजी संपर्क के माध्यम से समर्थन जुटाने में लग गये हैं।
प्रचार के आखिरी दिन कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं लोक सभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मुंबई में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया और
महायुति और महाविकास आघाड़ी दोनों ही गठबंधन के नेताओं की आज कई बड़ी रैलियां कीं।
चुनाव आयोग के मुताबिक महाराष्ट्र विधानसभा के चुनावी मैदान में 3771 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे है। राज्य की 288 सीटों में से अनुसूचित जाति के लिए 29 और अनुसूचित जनजाति के लिए 25 सीटें आरक्षित हैं। राज्य में कुल 9,70,25,119 मतदाताओं को नाम पंजीकृत हैं। जिनमें 5,00,22,739 पुरुष, 4,69,96,279 महिला तथा 6031 उभयलिंगी मतदाता हैं। इसके अलावा 1,16,355 सेवा मतदाता, 01 जनवरी और 01 जुलाई 2024 के बीच 18 से 19 वर्ष की आयु वाले 20,93,206 युवा मतदाताओं का नाम पंजीकृत किया गया है जो इस बार पहली बार मतदान करेंगे। इसके अलावा 6,36,278 दिव्यांग और 85 वर्ष से अधिक आयु के 12,43,192 मतदाता मताधिकार को इस्तेमाल करेंगे।
महाराष्ट्र में इसबार मतदाताओं के मतदान के लिए 1,011,186 मतदान केन्द्र बनाये गये हैं। पिछली विधानसभा के चुनाव में आयोग ने 96,653 मतदान केन्द्र बनाये गये थे।
झारखंड में 81 सीटों वाली विधानसभा के पहले चरण में 43 सीटों पर मतदान 13 नवंबर को संपन्न् हुआ था। राज्य में मुख्य मुकाबला सत्तारूढ झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाले इंडिया समूह और भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के बीच है। आदिवासी बहुल झारखंड में दोनों गठबंधनों के प्रचार अभियान में आदिवासियों से जुड़े मुद्दों का बोलबाला रहा। भाजपा के नेतृत्व में राजग ने 15 नवंबर को आदिवासी नायक बिरसा मुंडा के जयंती पर जनजातिय गौरव दिवस के उपलक्ष्य में विभिन्न कार्यक्रमों के जरिये इस समुदाय के मतदाताओं को लुभाने का जोरदार प्रयास किया।
राजग ने बंगाल से सटे आदिवासी इलाकों में आबादी के स्वरूप में बदलाव का भी मुद्दा उठाया। जबकि इंडिया समूह के स्टार प्रचारकों ने भाजपा पर महंगाई, बेरोजगारी और केन्द्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का मुद्दा उठाया ।
झारखंड के दूसरे एवं अंतिम चरण में 38 सीटों पर 20 नवंबर को मतदान होगा। इस चरण के मतदान में ज्यादातर सीटें संताल प्रमंडल और कोयलांचल क्षेत्रों की हैं।
दूसरे चरण में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, स्पीकर रबींन्द्रनाथ महतो, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, पूर्व उप मुख्यमंत्री सुदेश महतो, वर्तमान मंत्री इरफान अंसारी, हफीजुल हसन, दीपिका पांडेय सिंह, बेबी देवी की किस्मत को फैसला होगा। दूसरे चरण में जरमुंडी, महगामा, पोड़ैयाहाट सहित 17 सीटों पर भाजपा और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के बीच सीधी टक्कर देखने को मिलेगी।
चुनाव आयोग के मुताबिक झारखंड के दूसरे चरण में 528 प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं। इन प्रत्याशियों में 472 पुरुष और 55 महिला के अलावा एक उभयलिंग भी चुनाव मैदान में उतरा है। इस चरण में कुल 14,218 बूथों में से 2,414 शहरी और 11,804 ग्रामीण क्षेत्रों में बनाए गये हैं। दूसरे चरण की 38 सीटों के लिए कुल 1.23 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर चुनावी मैदान में उतरे प्रत्याशियों के किस्मत का पिटारा इलेक्ट्रॉनिक वाेटिंग मशीन में बंद करेंगे।
महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के अलावा 15 विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर भी बुधवार को उपचुनाव होने हैं। इनमें उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीट पर वोटिंग करवाई जाएगी, जिसमें गाजियाबाद, मझवां, खैर, मीरापुर, सीसामऊ, फूलपुर, कटेहरी, करहल और कुंदरकी शामिल हैं. इसके अलावा पंजाब की डेरा बाबक नानक, छब्बेवाल, गिद्दड़बाहा और बरनाला सीटें हैं। इसके अलावा केरल की पलक्कड़ और उत्तराखंड की केदारनाथ सीट है और महाराष्ट्र के नांदेड़ लोकसभा सीट पर भी वोटिंग होगी। इन सभी सीटों पर भी उपचुनाव के लिए आज प्रचार थम गया।
दोनों राज्यों के विधानसभा चुनाव के साथ-साथ 14 राज्यों की विभिन्न सीटों पर उपचुनाव की मतगणना 23 नवंबर को होगी।