सड़कों से गायब हेलमेट, सीटबेल्ट जोन
जबलपुर: शहर की बिगड़ी यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए यातायात पुलिस द्वारा त्योहारों के बाद का वादा किया गया था। लेकिन अफसोस पुलिस अभी तक फेस्टिवल मोड़ से बाहर नहीं आ सकी है। ज्ञात हो कि शहर के कुछ इलाकों को हेलमेट और सीट बेल्ट जोन बनाया गया था। जहां पर दो पहिया वाहन और चार पहिया वाहनों के लिए बिना हेलमेट और बिना सीट बेल्ट लगाए प्रवेश निषेध किया गया था। लेकिन बीत ते समय के साथ सदर शिवाजी ग्राउंड से भारत माता चौक तक बने हेलमेट जोन में चैकिंग पॉइंट और पुलिस बल दोनों गायब हो गए है। इसी से मिलता जुलता हाल गोरखपुर मुख्य बाजार से शंकराचार्य चौक तक बने प्वाइंट का है। जन सुरक्षा अभियान की फजीहत पुलिस द्वारा की जा रही है। इस मुहिम को तत्कालीन पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह के निर्देशो पर चालू किया गया था ।
त्योहारों में लगा था बल
हेलमेट जोन को लेकर सूत्रों की माने तो पहले पुलिस बल दशहरा, दिवाली जैसे त्योहारों में व्यस्त था। तत्पश्चात उन्हें चौराहों पर तैनात कर दिया गया है। लेकिन पुलिस के लाख समझाने और चालान काटने के बावजूद भी आमजन हेलमेट पहनने और सीट बेल्ट लगाने को तैयार नहीं हो रहे हैं। नियम कानूनो की धज्जियां बेधड़क उड़ा रहे है। लोगों के मन से चालानी कार्रवाई का भी डर खत्म हो गया है। एक ओर पुलिस प्रशासन द्वारा जागरूकता के नाम पर तरह-तरह के अभियान चलाए जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर आमजन सड़कों पर बिल्कुल बेपरवाह हो चले हैं।
खुद से लेना होगा प्रण
शहर की मौजूदा यातायात स्थिति को देखकर पुलिस को दोष देना जायज नहीं है। पुलिस बल द्वारा रोजाना हेलमेट एवं अन्य जांचे की तो जाती है। परंतु सड़को पर मौजूद लोग धौंस दिखाकर नियमों को तोड़ते है। लेकिन वे यह नहीं समझते कि पुलिस उनकी भलाई के लिए यह कदम उठाती है।
इनका कहना है
पुलिस द्वारा सड़कों पर मॉनिटरिंग की जाती है। परंतु लोगों को भी जागरूक होना पड़ेगा। इसमें उनकी खुद की सुरक्षा है।
प्रदीप शेंडे, एएसपी, यातायात पुलिस