*कहा – मुझे भी दिया था 50 करोड़ और कैबिनेट मंत्री बनाने का ऑफर*
ग्वालियर। विजयपुर विधानसभा उपचुनाव में प्रचार के लिए ग्वालियर पहुंचे नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने बड़ा आरोप लगाया है। सिंघार ने कहा कि साल 2020 में कांग्रेस की सत्ता परिवर्तन के समय भाजपा ने मुझे भी 50 करोड़ रुपए का ऑफर दिया था। कहा गया था कि 50 करोड़ ले लो और कैबिनेट मंत्री बन जाओ।
नेता प्रतिपक्ष सिंघार ने विजयपुर उपचुनाव को लेकर कहा कि वहां वनमंत्री रामनिवास रावत चुनाव लड़ रहे हैं और वन विभाग के उपसचिव किशोर कान्याल को शासन ने कलेक्टर बनाकर पहुंचाया है। ऐसे में कैसे मान लें कि निष्पक्ष चुनाव लड़ा जाएगा। भाजपा बिना प्रशासनिक मशीनरी के चुनाव लड़ेगी तो निश्चित तौर पर हारेगी।
उमंग सिंघार ने कहा कि हमने मुख्यमंत्री मोहन यादव का नाम मौन यादव रखा है। वह मंदिर-मस्जिद की बात तो करते हैं पर विकास की बात नहीं करते। वह काम की बातों पर चुप रहते हैं। उनके राज में 100 करोड़ के काम 200 करोड़ रुपए में हो रहे हैं, क्योंकि वह घोटालों पर बात नहीं करते। जबलपुर बरगी में 600 करोड़ की योजना कमलनाथ सरकार में मंजूर हुई थी। अब उस योजना को सिंचाई विभाग ने 1300 करोड़ में करा ली। यहां सीधे तौर पर घोटाला हुआ है।
नेता प्रतिपक्ष सिंघार का कहना है कि भाजपा निष्पक्ष चुनाव नहीं लड़ रही है। हिम्मत है तो बिना प्रशासनिक मशीनरी के चुनाव लडक़र दिखाए। वनमंत्री उपचुनाव लड़ रहे हैं। शासन ने वहां वन विभाग के उप सचिव किशोर कान्याल को कलेक्टर बनाकर भेज दिया। इस पर चुनाव आयोग खामोश है। इतना ही नहीं एक दिन पहले मुख्यमंत्री मौन (मोहन) यादव ने वहां लाड़ली बहनाओं को तीन हजार रुपए देने की बात कह दी। इस पर भी चुनाव आयोग क्यों कोई एक्शन नहीं ले रहा है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मध्यप्रदेश की डबल इंजन की सरकार दिल्ली में बैठकर चलती है। यहां से कुछ नहीं होता है। इसके साथ ही रामनिवास रावत अब सिर्फ निवास रावत रह जाएंगे और हारकर अपने घर जाएंगे। उन्होंने कहा कि हमने क्या कमी छोड़ी थी उनको मंत्री बनाया था पार्टी में महत्व दिया था। इसके बाद भी वह लालच में पार्टी छोडक़र चले गए।