श्रीनगर,06 नवंबर (वार्ता) जम्मू-कश्मीर विधानसभा में विपक्ष के नेता सुनील शर्मा ने राज्य को विशेष दर्जा बहाल करने के खिलाफ विधानसभा में पारित प्रस्ताव को ‘अवैध’ और ‘असंवैधानिक’करार दिया है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता श्री शर्मा ने विधानसभा में प्रस्ताव पारित होने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘यह विधानसभा संसद और भारत के सर्वोच्च न्यायालय से ऊपर नहीं है।’
श्री शर्मा ने कहा, ‘सत्तारूढ़ दल ने कानून का उल्लंघन किया है और अध्यक्ष पद की छवि को नुकसान पहुंचाया है।सदन के संरक्षक की भूमिका निभाने वाले अध्यक्ष ने एक पार्टी के एजेंट की भूमिका निभाई है।’
भाजपा नेता ने कहा कि अनुच्छेद 370 एक इतिहास है और कोई भी इसे यहां फिर से बहाल नहीं कर सकता। उन्होंने कहा, ‘इसमें अब्दुल्ला परिवार की हजारों पीढ़ियां लग जाएंगी और फिर भी जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 बहाल नहीं होगा।’ उन्होंने आरोप लगाया कि नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) को कश्मीर के लोगों को गुमराह करने और मूर्ख बनाने के लिए फर्जी कहानियां गढ़ने की आदत है।
भाजपा नेता ने कहा कि पांच अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद से नेकां हताश है। श्री शर्मा ने आरोप लगाया, ‘नेकां अनुच्छेद 370 के मुद्दे को फिर से उठाना चाहती है, ताकि वह गरीब बच्चों सहित लोगों को सड़कों पर लाकर स्थिति को अस्थिर कर सकें, जो खून-खराबे में बदल सकता है।’
उन्होंने कहा कि नेकां के पास जम्मू-कश्मीर में हिंसा फैलाने के अलावा कोई और एजेंडा नहीं है। श्री शर्मा ने कहा, ‘मैं ईमानदारी से और दृढ़ता से कहता हूं कि उमर अब्दुल्ला और उनके सदस्यों की टीम जानती है कि अनुच्छेद 370 अब इतिहास बन चुका है और इसे बहाल नहीं किया जा सकता है लेकिन संख्या बढ़ाने के लिए वे अनुच्छेद 370 को बहाल करने के लिए प्रस्ताव लेकर आए।’