जल संसाधन मंत्री ने श्रीमद् भागवत गौशाला में गोवर्धन पूजन किया
जिले में अपार उत्साह के साथ मनाया गया गोवर्धन पूजा का कार्यक्रम
इंदौर. प्रकृति और गौवंश के सम्मान का उत्सव गोवर्धन पूजा है. इसके माध्यम से हम गौवंश के महत्व को समाज के प्रत्येक वर्ग तक पहुंचा सकते है. पूरे प्रदेश में गोवर्धन पूजा के आयोजन से विशेष संदेश पहुंचा है. इससे गौ संरक्षण और उसके महत्व के प्रति आमजन का जुड़ाव बढ़ेगा. व्यापक स्तर पर गोवर्धन पूजा के आयोजनों से हमारी पुरातन परम्परा एक बार पुनः पुनर्जीवित हो उठी है। गौ सेवा के लिए यह प्रयास एक मिल का पत्थर सिद्ध होगा.
यह बात जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने सांवेर विधानसभा क्षेत्र के चित्तौड़ा स्थित श्रीमद् भागवत गौशाला में गोवर्धन पूजा के कार्यक्रम में कहीं. उन्होंने कहा गोवर्धन पूजा का अपना एक विशेष महत्व है. यह प्रकृति और गौवंश के प्रति हमारे सम्मान को प्रतिपादित करने का पर्व है. उन्होंने कहा कि चित्तौड़ा स्थित श्रीमद् भागवत गौशाला को आदर्श गौशाला बनाया जाएगा. इस गौशाला को गौ तीर्थ बनाने के विशेष प्रयास किए जाएंगे. उन्होंने घोषणा की है कि मुख्य मार्ग से चितौड़ा स्थित गौशाला तक पहुंच मार्ग बनाया जाएगा. यहां नर्मदा जल लाने और गौशाला को बेहतर बनाने के हर संभव प्रयास किए जायेंगे. इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष रीना सतीश मालवीय, जनपद अध्यक्ष रामकन्या बाई परमार, नगर पंचायत अध्यक्ष संदीप चंगोडिया, जितेन्द्र अंजना, सुमेरसिंह सोलंकी सहित बड़ी संख्या में गणमान्यजन एवं क्षेत्रवासी उपस्थित थ. इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री ने कन्या पूजन, गौ पूजन किया. चितौड़ा स्थित श्रीमद् भागवत गौशाला में भगवान श्री कृष्ण की गोवर्धन पर्वत उठाये मनमोहक रंगोली बनाई गई थी जो विशेष आकर्षण का केन्द्र रही.
गायों को गुड़ और मिष्ठान खिलाया
जल संसाधन मंत्री ने हातोद के कांकरिया बोर्डिया विद्याधाम गौशाला में गोवर्धन पूजा की. उन्होंने गोवर्धन पूजन कर गौशाला में गायों का पूजन किया. उन्होंने गायों को स्नेह पूर्वक दुलारा और उन्हें गुड़ एवं मिष्ठान इत्यादि स्वयं खिलाया. कार्यक्रम में पंडित जोशी ने गौशाला संचालन से अब तक हुई प्रगति की जानकारी दी. कार्यक्रम में उप संचालक पशुपालन एवं डेयरी डॉ. शशांक जुमड़े ने गौ वर्धन पूजा के आयोजन की रूपरेखा एवं गौशाला को आत्मनिर्भर बनाने के लिए किए जाने वाले प्रयासों के संबंध में जानकारी दी.