मामला वार्ड 63 के शंकर बाग का
इंदौर. पूर्व में डाली गई सीवरेज की छोटी लाईन के कारण आज भी शहर में कई क्षेत्रों में सीवरेज लाईन से जुड़ी समस्याओं का निराकरण नहीं हो पा रहा है. इसके चलते विभाग और आमजन कई तरह की परेशानियां उठाते आ रहे है.
नवलखा अग्रसेन चौराहा और छावनी के बीच पड़ने वाला शंकर बाग जो कि वार्ड क्रमांक 63 में आता है, यहां कई वर्षों पुरानी बसावट वाले इस क्षेत्र में कई तरह की असुविधा देखने को मिली. इसमें एक सीवरेज लाईन है. बताया जाता है कि क्षेत्र में करीब पंद्रह वर्ष पूर्व क्षेत्र में सीवरेज लाईन का कार्य किया गया था जो कि घनी बस्ती के कारण क्षेत्र जनसंख्या के मुताबिक नहीं है जिससे लाइन बार-बार चौक हो जाती है और लोगों के घरों में सीवरेज की गंदगी रिवर्स होती है. इतना ही नहीं रहवासियों की परेशानी तब और बढ़ गई जब कुछ वर्ष पहले क्षेत्र के तकरीबन सभी घरों के शौचायलों की लाइनें इससे जोड़ दी गई. इससे यह हुआ कि लाइन चौक होने के साथ चेंबर ऑवरफ्लो होते ही गंदगी सड़कों पर बहने लगती है. इससे क्षेत्र के बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है.
इनका कहना है…
बारह-पंद्रह वर्ष पूर्व में लाईन डाली गई थी जो छोटी है. इससे सिर्फ गटर का पानी जाता था लेकिन नगर निगम द्वारा इसमें घरों की सीवरेज लाईन जुड़वा दी गई जिस से परेशानी बढ़ गई है.
– महेश पंवार
हमेशा सीवरेज लाइन चौक हो जाती है. चेंबर से गंदगी सड़क पर बहती है. बरसात होते ही क्षेत्र में मुसीबतें शुरू हो जाती है. कई बार सीएम हैल्प लाईन पर शिकायत भी की लेकिन कुछ नहीं हुआ.
– प्रशांत पंवार
सड़क पर गंदगी बहती है. बच्चे बाहर निकल नहीं सकते. मच्छर मक्खियां बढ़ रहे हैं. बच्चे बीमार रहते हैं. क्षेत्र में बदबू बनी रहती है. कई बार कहा पर सुनवाई नहीं होती. पार्षद को बस चुनाव के समय देखा था.
– आशा बाई
दीपावली बाद आरंभ होगा कार्य
मुझे अभी तक किसी ने इस समस्या से अवगत नहीं करवाया है. जिस सीवरेज लाईन से परेशानी हो रही है वह मेरे कार्य काल के पहले की है. मेरे वार्ड में कई क्षेत्र की सीवरेज लाईन का कार्य पास हुआ है. दीपावली बाद क्षेत्रवासियों से बात कर बड़ी सीवरेज लाइन डालवाने का कार्य आरंभ किया जाएगा.
– मृदुल अग्रवाल पार्षद