दीपावली पर चला जानलेवा आतिशबाजी का खेल,पुलिस प्रशासन फिर हुआ फेल

मंडलेश्वर: गत कई वर्षों से दीपावली पर रात्रि में मुख्य बाजार एवं उससे जुड़ी गलियों में जानलेवा आतिशबाजी का खेल इस वर्ष भी पुलिस की उपस्थिति में असामाजिक तत्वों द्वारा खेला गया। थाना प्रभारी दीपक यादव और उनकी टीम की दिखावे की सख्ती भी इस जानलेवा खेल को रोकने में नाकाम रही। जबकि मुख्य बाजार के व्यापारी ने दीपावली के 8 दिन पूर्व ही पुलिस प्रशासन को व्यापारियों की बैठक में इस जानलेवा खेल को रोकने हेतु चेताया था। जिसके चलते पुलिस ने इस आतिशबाजी के खेल के पहले से सूचीबद्ध युवाओं को थाने बुलवाकर समझाइश भी दी थी। परंतु दीपावली के दिन पुलिस की समझाइश कोई काम नहीं आई और इस जानलेवा आतिशबाजी के चलते कई छोटे छोटे हादसे नगर में हुए।

 

क्या है ये जानलेवा आतिशबाजी का खेल:

व्यापारी यशवंत तवर ने जानकारी देते हुए बताया कि गत कई वर्षों से नगर में दीपावली के दिन असामाजिक तत्वों के विभिन्न दलों द्वारा एक दूसरे पर आड़े रॉकेट चलाना, सुतली बम जला कर फेकना जैसी जानलेवा आतिशबाजी नगर के युवाओं का शौक बन गई है। इसी के चलते प्रतिवर्ष कई युवा दुर्घटना का शिकार होते है। कुछ इस आतिशबाजी में हिस्सा लेते है तो कुछ दर्शक दीर्घा संभालते है। एक दूसरे दलों पर की जाने वाली आतिशबाजी से खेल के भागीदारों के साथ साथ दर्शक भी दुर्घटना का शिकार होते है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस वर्ष भी एक युवा दुर्घटना का शिकार हुआ। जिसका एक हाथ इस आतिशबाजी में जल गया। जिसे रात में ही सामुदायिक स्वस्थ केंद्र में भर्ती कर उपचार करवाया गया। मुख्य बाजार में हवा में फेंका गया सुतली बम एक घर में जाकर फटा।

 

प्रतिवर्ष बाजार के रहवासियों एवं व्यापारियों को रहता है नुकसानी का डर:

व्यापारी एवं मुख्य बाजार रहवासी हरचरण सिंह मुच्छाल ने बताया कि इस जानलेवा आतिशबाजी के चलते मुख्य बाजार के रहवासियों और व्यापारियों को नुकसानी का डर रहता है। व्यापारियों का कहना है कि उनकी दुकानों रखा समान दीपावली के दिन दुर्घटना की नोक पर रखा रहता है। वही रहवासियों का भी कहना है कि इस जानलेवा आतिशबाजी के चलते दीपावली का सारा आनन्द खत्म हो जाता है। नगर के विभिन्न मोहल्लों के रहने वाले युवा इस जानलेवा आतिशबाजी की आड़ में हुड़दंग तो करते ही है साथ ही कई असामाजिक तत्व इस गलत तरीके की आतिशबाजी को बढ़ावा भी देते है। अन्य मोहल्लों में निवासरत युवाओं के इस जानलेवा शौक के चलते, मुख्य बाजार हर दीपावली पर खतरे की कसौटी पर कसा रहता है। इस जानलेवा खेल के चलते दीपावली के दिन महिलाएं भी आतंकित रहती है। इस खेल के कारण महिलाएं इस त्योहार का आनंद नहीं ले पाती है।

 

क्या कहना है जिम्मेदारों का

थाना प्रभारी दीपक यादव ने जानकारी देते हुए बताया ऐसी कोई घटना हमारी जानकारी में नहीं है। यदि इस आतिशबाजी में किसी को कोई नुकसान हुआ है तो शिकायत करे। हम कार्यवाही करेंगे।

एसडीओपी मनोहर गवली ने बताया कि यह एक गलत परंपरा है। पुलिस को यदि किसी घटना दुर्घटना की शिकायत मिलती है तो अवश्य कार्यवाही होगी।

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