मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 35वें विद्या भारती खेल प्रतियोगिता का किया समापन
सतना 27 अक्टूबर /मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने 35वें विद्या भारती खेल प्रतियोगिता का समापन करते हुए कहा कि हमारे देश में खेलों की अनूठी परंपरा है। शतरंज, कुश्ती, तीरंदाजी और घुड़सवारी जैसे खेल यहां सदियों से खेले जाते रहे हैं। वर्तमान समय में मध्यप्रदेश और देश अलग दौर से गुजर रहे हैं। अब पढाई के साथ-साथ खेलों को भी पूरा महत्व दिया जा रहा है। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देश और प्रदेश के खिलाडियों ने विश्व स्तर पर अपनी खेल प्रतिभा दिखाकर पदक जीते हैं। पेरिस ओलम्पिक में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम ने मध्यप्रदेश के भी खिलाडी विवेक सागर ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेलों से हम सब में प्रतिस्पर्धा की भावना, साहस और धैर्य का संचार होता है। मध्यप्रदेश में खेलों को बढावा देने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। राष्ट्रीय शूटिंग प्रतियोगिता में मध्यप्रदेश ने 15 पदक जीते, यूथ गेम तथा वाटर स्पोर्ट्स में प्रदेश को चौथा स्थान मिला। खेलों को बढावा देने के लिए सतना में 15 करोड रूपये की लागत से खेल महाविद्यालय बनाया जायेगा। सरस्वती स्कूल में एथलेटिक्स के सिंथेटिक ट्रैक के लिए 7 करोड रूपये दिये जायेंगे। स्कूल की बाउंड्री बाल का निर्माण जिला खनिज मद से 1.25 करोड रूपये की लागत से कराया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सबने मिलकर मकर संक्रान्ति, गुडी पडवा और रक्षाबंधन का पर्व मनाया है। सरकार जनता के साथ मिलकर दीपावली और गोवर्धन पूजा का पर्व मनाएगी। हमने इस वर्ष दशहरे में भी शस्त्र पूजा की परंपरा को आगे बढाया। मैंने तथा सभी मंत्री साथियों ने अलग-अलग स्थानों में शस्त्र पूजा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में रानी अहिल्याबाई का 300वां जन्म जयंती वर्ष मनाया जा रहा है। रानी अहिल्याबाई ने कुशलतापूर्वक शासन करने के साथ देश के सभी प्रमुख तीर्थ स्थलों पर तीर्थ यात्रियों के लिए धर्मशालाओं का निर्माण कराया। उन्होंने ही बनारस में बाबा विश्वनाथ के वर्तमान मंदिर का भी निर्माण कराया। हमारे देश का इतिहास रानी दुर्गावती की गौरव गाथा से भरा हुआ है। रानी दुर्गावती ने 51 युद्ध जीते और इसके बाद शहीद हुई। इसी तरह रानी लक्ष्मीबाई, रानी अवंतीबाई जैसे वीरनारियों ने इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया है। हमारी सरकार महिलाओं के कल्याण और सशक्तीकरण के लिए लगातार प्रयास कर रही है।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए विद्या भारती के संगठन मंत्री रामअलाउकर ने कहा कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ्य मन का विकास होता है। बौद्धिक विकास के साथ-साथ शारीरिक, कौशल का होना भी आवश्यक है। खेल हमें प्रतिस्पर्धा की भावना और जीत का लक्ष्य प्राप्त करने की प्रेरणा देने के साथ हार और असफलता की सीख भी देते हैं। खेल हमारे जीवन को अनुशासित करते हैं। विद्या भारती की अखिल भारतीय खेल प्रतियोगिता में देश भर के 1300 से अधिक खिलाडियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता 23 से 27 अक्टूबर तक आयोजित की गई। प्रतियोगिता में ओवर ऑल चैपिंयनशिप पूर्वी उत्तरप्रदेश को प्राप्त हुई। इसमें दूसरा स्थान पश्चिम भारत तथा तीसरा स्थान पश्चिमोत्तर भारत को प्राप्त हुआ। प्रतियोगिता के विजेताओं को मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पुरूस्कार प्रदान किये। समारोह में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये। छात्र-छात्राओं ने छत्तीसगढी लोक नृत्य और बघेली देवी गीत तथा नृत्य से सबका मन मोहा। समारोह में पशुपालन एवं डेयरी राज्यमंत्री श्री लखन पटेल, नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी, सांसद गणेश सिंह, विधायक मैहर श्रीकांत चतुर्वेदी, जिलाध्यक्ष सतीश शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधि गण समारोह में विद्या भारती से जुडे विभिन्न राज्यों के खिलाडी निर्णायक तथा विद्यार्थी उपस्थित रहे।