सियासत
इंदौर जिले के नेताओं को कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दल जिले के बाहर भी चुनाव प्रचार के लिए भेजते हैं. इसका कारण यह है कि यहां के नेताओं को इंदौरी स्टाइल से प्रचार करना आता है. चुनाव प्रचार का इंदौरी स्टाइल सभी दूर पसंद किया जाता है. प्रदेश में विजयपुर और बुधनी में विधानसभा उपचुनाव हो रहे हैं. विजयपुर ग्वालियर चंबल में आता है. यह क्षेत्र नरेंद्र सिंह तोमर, विष्णु दत्त शर्मा और ज्योतिरादित्य सिंधिया का माना जाता है. तीनों ही नेताओं के समर्थक इंदौर में बहुतायत में है. इसलिए इंदौर के अनेक नेता विजयपुर जाने वाले हैं. इसी तरह बुधनी शिवराज सिंह चौहान का निर्वाचन क्षेत्र रहा है. शिवराज सिंह चौहान के भी प्रशंसक बड़ी संख्या में इंदौर में रहते हैं.
यह प्रशंसक नेता भी बुधनी जाएंगे इनमें मनोज पटेल, महेंद्र हार्डिया, सुदर्शन गुप्ता, कविता पाटीदार, राजेश सोनकर, उषा ठाकुर, एकलव्य सिंह गौड़ जैसे नेता शामिल हैं. इसी तरह कांग्रेस की ओर से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी की प्रतिष्ठा इन दोनों उपचुनाव में दाव पर लगी हुई है. जीतू पटवारी के समर्थक भी बड़ी संख्या में विजयपुर और बुधनी जाने वाले हैं. कांग्रेस ने हालांकि टिकट डिक्लेअर नहीं किए हैं लेकिन जीतू पटवारी ने मोर्चा संभाल लिया है. कांग्रेस की ओर से सेवादल के प्रदेश अध्यक्ष योगेश यादव ने बुधनी में कैंप कर लिया है. बुधनी विधानसभा क्षेत्र का प्रभार अरुण यादव को दिया गया है. अरुण यादव समर्थक नेताओं का भी वहां आना जाना रहेगा.
इधर, मध्य प्रदेश में बुधनी और विजयपुर विधानसभा क्षेत्र के उप चुनाव के लिए शनिवार शाम को भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति ने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी. बुधनी से पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के उत्तराधिकारी के रूप में रमाकांत भार्गव को चुनाव गया है. रमाकांत भार्गव शिवराज के बेहद करीबी माने जाते हैं. विदिशा लोकसभा सीट से वह सांसद भी रहे हैं. पार्टी की प्रदेश चुनाव समिति ने भार्गव का नाम पैनल में पहले नंबर पर भेजा था. दूसरे नंबर पर शिवराज के बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान का नाम पैनल में केंद्रीय नेतृत्व को भेजा गया था. इधर, विजयपुर सीट से प्रदेश के वन मंत्री रामनिवास रावत भाजपा प्रत्याशी बनाए गए हैं.पिछले वर्ष हुए विधानसभा चुनाव में बुधनी से शिवराज और विजयपुर से कांग्रेस के टिकट पर रामनिवास रावत चुनाव जीते थे. शिवराज सांसद बन गए और रावत ने कांग्रेस छोड़ भाजपा में आकर विधानसभा की सदस्यता त्याग दी. इसी कारण दोनों सीटों पर उपचुनाव हो रहा है