6 महीने से नही मिला मानदेय, बच्चों के फीस भी जमा करने में आ रही अड़चने, जिला चिकित्सालय सह ट्रामा सेन्टर का मामला
सिंगरौली : जिला चिकित्सालय सह ट्रामा सेन्टर बिलौंजी के करीब तीन दर्जन कर्मचारी 6 माह से लंबित मानदेय भुगतान कराए जाने की मांग को लेकर आज से कामकाज बन्द कर हड़ताल पर चले गए हैं। इनके हड़ताल पर जाने से जिला चिकित्सालय के कामकाज पर असर भी पड़ने लगा है।दरअसल जिला चिकित्सालय सह ट्रामा सेन्टर बैढ़न के रोगी कल्याण समिति के माध्यम से कार्यरत करीब तीन दर्जन संविदा कर्मचारियों को 6 महीने से मानदेय नही मिला है। जिसको लेकर पिछले मंगलवार को कलेक्टर की जनसुनवाई में वार्ड बॉय, वार्ड आया, लिफ्ट ऑपरेटर, पंप ऑपरेटर, इलेक्ट्रशियन, सफाईकर्मी , ओटी अटेन्डर, कम्प्यूटर ऑपरेटर, स्पोट स्टाफ, लैब टैक्रिशियन, शव का पोस्टमार्टम करने वाले कर्मचारियों ने पहुंच अपनी समस्या सुनाते हुये लेंबित वेतन भुगतान कराए जाने की मांग किया था।
साथ ही यह भी अवगत कराया गया था कि यदि 17 अक्टूबर तक में लंबित मानदेय का भुगतान नही हुआ तो उक्त कर्मचारी जिला चिकित्सालय परिसर में धरना देकर हड़ताल शुरू करेंगे। आज दिन शुक्रवार की सुबह से रोगी कल्याण समिति के उक्त कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर तथा दैयनीय आर्थिक स्थिति की हालत सुनाते हुये हड़ताल पर बैठ गए। इनके हड़ताल से जिला चिकित्सालय के कामकाज पर असर पड़ा है। कर्मचारियों ने जिला चिकित्सालय प्रबंधन एवं लेखा शाखा श्रवण कुमार पटेल पर गंभीर आरोप भी लगाया है।
हड़ताल का असर, कामकाज प्रभावित
रोगी कल्याण समिति के करीब तीन दर्जन कर्मचारी आज दिन शुक्रवार की सुबह से हड़ताल पर चले गए हैं। उनके हड़ताल पर जाने से इमरजेंसी वार्ड के ड्रेसिंग कक्ष ओटी के अलावा वार्डो पर असर पड़ा है। साथ ही डे्रसर, वार्ड बॉय, बिजली मैकेनिक, वाटर मैन लैब टेक्रिशियन, साफ-सफाई, लिफ्ट कर्मचारी सहित अन्य जिला चिकित्सालय के वार्डो के कामकाज पर असर पड़ा है। सिविल सर्जन का भी मानना है कि हड़ताल से आंशिक असर है। सबसे बड़ी समस्या बजट की है। बजट उपलब्ध कराने के लिए पत्राचार भोपाल स्तर तक किया गया है। बजट जल्द उपलब्ध कराने पर बल दिया जा रहा है। इधर हड़ताल में शिवशंकर साकेत, विनय कुमार सोनी, राकेश शाह, महेन्द्र कुमार वर्मा, रामकृ ष्ण, अजीत वर्मा, आरती वर्मा, पूर्णिमा सिंह, प्रिया श्रीवास्तव, खंता यादव, किरण वर्मा, राजकुमारी पाण्डेय, करन कुमार सहित अन्य कर्मचारी शामिल हैं।
मानदेय मांगने पर मिलती है धमकी
हड़ताल पर बैठे रोगी कल्याण समिति के दर्जनों कर्मियों ने प्रभारी एकाउंटेंट श्रवण कुमार पटेल पर गंभीर आरोप लगाया है। आरोप है कि जिला चिकित्सालय में रोगी कल्याण समिति के प्रभारी लेखा शाखा एवं सीएमएचओ ऑफिस के एनएचएम में कम्प्यूटर ऑपरेटर हैं। जिनके द्वारा मानदेय भुगतान नही किया जा रहा है। यदि कोई कर्मचारी वेतन मांगने के लिए इनके समक्ष जाता है तो इनके द्वारा काम पर से हटा देने की धमकी देते हुये कहा जाता है कि नेतागिरी करोगे तो तत्काल हटा देंगे और चौराहे से बुलाकर काम करा लेंगे। कर्मचारियों ने यह भी बताया कि रोगी कल्याण समिति के माध्यम से जिला चिकित्सालय में कई वर्षो से 8 से 12 घंटे बिना किसी साप्ताहिक अवकाश के निरंतर कार्य करते आ रहे हैं। यहां तक क ी कोविड कार्यकाल के दौरान कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डालकर कर्तव्य पर डटे रहे। इसके बावजूद धमकिया मिलती हैं।
इनका कहना
आरकेएस के कर्मचारी धरने पर बैठे हैं। उन्हें पॉच महीने से भुगतान नही मिला है। इस संबंध में भोपाल पत्राचार किया गया है। फरवरी महीने से आयुष्मान का भुगतान नही हुआ है। बजट का अभाव है। कलेक्टर को अवगत कराया गया है। हड़ताल से कामकाज पर असर है।
डॉ. देवेन्द्र सिंह
सिविल सर्जन, जिला चिकित्सालय सह ट्रामा सेन्टर बैढ़न