किसी में पैसा नहीं, तो कोई आउट आफ ऑर्डर
जबलपुर: शहर के ज्यादातर एटीएम भगवान भरोसे चल रहे है। इनमे सुरक्षा के लिए कोई गार्ड तैनात नहीं रहते है। एटीएम की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर लापरवाही बरती जा रही है। सुरक्षा व्यवस्था तो दूर एटीएम के देखरेख पर भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। एटीएम को लावारिस अवस्था में छोड दिया गया है। कायदे से एटीएम के बाहर सुरक्षा कर्मियों को मौजूद रहना चाहिए लेकिन यह सुरक्षाकर्मी अपने स्थान से गायब रहते हैं। गौरतलब है कि राष्ट्रीयकृत बैंकों ने ग्राहकों की सुविधा के लिए शहर के विभिन्न स्थानों में एटीएम की सुविधा प्रदान की है। और सरकारी बैंकों के एटीएम की सुरक्षा खस्ताहाल हो चुकी हैं। सरकारी बैंक अपनी सेवाओं की सूची में एटीएम की संख्याओं का उल्लेख भी करते है। देखरेख की आभाव में अधिकांष एटीएम मशीन शोपीस बनकर रह गयी है। जो देखरेख के अभाव में अधिकांश समय बंद या बिना पैसों के डिब्बा बनकर रह जाते है।
लुट चुके है एटीएम
एटीएम मशीन की सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिसके चलते पूर्व में एटीएम लूटने की घटना घट चुकी है। इसके बावजूद भी एटीएम की सुरक्षा के प्रति संबंधित सरकारी बैंक पूरी तरह से बेपरवाह है। ऐसा लगता है कि बैंक यह मानकर चल रही है कि एटीएम की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी नगर प्रशासन की है। बैंक यह ठान कर बैठे है कि एटीएम में आम जनों का पैसा है, इसलिए उसकी सुरक्षा की कोई आवश्यकता नहीं है। कोई घटना होने पर बैंक को किसी प्रकार की क्षति नहीं होगी। इसका खामियाजा सिर्फ जनता भोगेगी।