रामपुरा और कामठ गांव को जोड़ने वाला मार्ग तीन महीने से पूरी तरह बंद जवाबदार नहीं दे रहे ध्यान

बागली: बागली विकासखंड मुख्यालय से महज 11 किलोमीटर दूर आदिवासी बाहुल्य गांव रामपुरा एवं कामठ खेड़ा गांव का सबसे नजदीक संपर्क मार्ग ,रपटा पुलिया टूटने की वजह से विगत 3 महीने से पूरी तरह बंद हो चुका है। यह मार्ग ग्राम पंचायत चार बर्डी अंतर्गत आता है। विगत 20 वर्षो में इस छोटे से रपटे पर पर पांच बार संबंधित पंचायत द्वारा अलग-अलग मद राशी से अभी तक 25 लाख रुपए से अधिक की राशि खर्च कर दी है। पंचायत के जवाबदारों द्वारा हर बार अपने चहेतो को इसका ठेका देकर कार्य पूर्णता का प्रमाण पत्र लेकर राशि निकाल ली जाती है। इस क्षेत्र से जुड़े किसान अर्जुन सिंह, प्रताप बछानिया एवं विष्णु ने बताया कि जब इस नाले पर रपटा नहीं बना था।

तब आसानी से इस मार्ग का उपयोग होता रहा है। लेकिन रपटा पुलिया बनने के बाद। कीचड़ और बड़े पत्थरों की वजह से परेशानी आती है। रपटे की सीमेंट उखड़ जाने से 2 फीट से अधिक बड़ा गहरा गड्ढा हो गया है जिसके चलते ट्रैक्टर की ट्राली मोटरसाइकिल और बैलगाड़ी नहीं निकाल पाती है। मजबूरी में घूम कर दूसरे मार्ग का उपयोग करना पड़ता है जो 1 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय करके पूरा होता है। क्षेत्र से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता हीरालाल गोस्वामी ने बताया कि इस मार्ग पर रोजगार सहायक और सचिव की मिली भगत से अधूरे कार्य को भी पूर्ण बढ़कर राशि निकाल ली गई है। इसकी पूरी तरह जांच होना चाहिए तथा गरीब ग्रामीणों को उच्च किस्म की सड़क की या रपटे की सौगात देना चाहिए।

Next Post

लेट वेरायटी सोयाबीन का उत्पादन देखकर किसानों के हाथों के तोते उड़े!

Wed Oct 16 , 2024
Share on Facebook Tweet it Share on Reddit Pin it Share it Email फ़सल बीमा और मुआवजा मिलना मुश्किल , क्योंकि अनावरी प्रक्रिया पहले हो गई सांसत में अन्नदाता ! सांवेर:अर्ली वेरायटी (जल्दी पकने वाली) सोयाबीन की फ़सल में अपेक्षानुरूप उत्पादन से मुग्ध किसानों के हाथों के तोते लेट वेरायटी […]

You May Like