कोलकाता, (वार्ता) पश्चिम बंगाल में अनशन कर रहे एक जूनियर डॉक्टर सौविक बनर्जी को उत्तर बंगाल के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों की अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल मंगलवार को 11वें दिन में प्रवेश कर गई।
उल्लेखनीय है कि नौ अगस्त को आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक महिला डॉक्टर के साथ कथित बलात्कार और हत्या के लिए न्याय की मांग करते हुए भूख हड़ताल में भाग लेने के बाद बनर्जी अस्पताल में भर्ती होने वाले छठे चिकित्सक हैं।
सूत्रों ने कहा कि दिन में बीमार पड़ने के बावजूद अनशन पर बैठे बनर्जी ने शुरू में हार मानने से इनकार कर दिया, लेकिन निर्जलीकरण के कारण उनका स्वास्थ्य बिगड़ गया, उन्हें दोपहर में आपातकालीन विभाग में ले जाया गया और फिर बाद में उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में आईसीसीयू में स्थानांतरित कर दिया गया।
इससे पहले आलोक वर्मा को भी एनबीएमसीएच में भर्ती कराया गया था और बनर्जी अकेले ही उत्तर बंगाल में अनशन जारी रखे हुए थे।
डोरिना क्रॉसिंग (एस्प्लेनेड) पर भूख हड़ताल पर बैठे चार अन्य डॉक्टरों को पहले उनकी हालत बिगड़ने पर अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया था। इस बीच, दो और जूनियर डॉक्टरों- रुमेलिका कुमार और स्पंदन चौधरी मंगलवार को अनशन में शामिल हो गए, जिससे शहर में उपवास करने वाले डॉक्टरों की संख्या छह हो गई है।
शहर के केंद्र एस्प्लेनेड क्षेत्र में आज दो कार्निवल देखे गए। उनमें से एक इंदिरा गांधी सरणी (तत्कालीन रेड रोड) पर पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा आयोजित दुर्गा पूजा कार्निवल था। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मौजूद रहीं।
बहुत ही कम दूरी पर, रानी रासमणि एवेन्यू में, ज्वाइंट डॉक्टर्स फोरम के मंच के तहत डॉक्टरों द्वारा एक द्रोह कार्निवल (विरोध) का आयोजन किया गया।
कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा एक विशेष बैठक में कोलकाता पुलिस आयुक्त मनोज कुमार वर्मा द्वारा रानी रासमणि एवेन्यू में लगाए गए निषेधाज्ञा आदेशों को रद्द करने के बाद द्रोह कार्निवल का आयोजन किया गया था।
एकल पीठ के न्यायाधीश न्यायमूर्ति रविकिशन कपूर ने राज्य सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों को खारिज करते हुए कहा कि बीएनएसएस की धारा 163 के अंतर्गत निषेधात्मक आदेश असंगत थे।
नागरिक समाज के साथ मिलकर डॉक्टरों ने एस्प्लेनेड में एक विशाल मानव श्रृंखला बनाई, जिसमें “जस्टिस फॉर आरजी कार” का नारा बार-बार बोला गया।
इस बीच, भाजपा ने जूनियर डॉक्टरों की 10 सूत्री मांग के प्रति एकजुटता व्यक्त करने के लिए मध्य कोलकाता में कॉलेज स्क्वायर से सुबोध मल्लिक स्क्वायर (वेलिंगटन स्क्वायर) तक एक विशाल रैली भी आयोजित की।
रैली का नेतृत्व पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने किया। हालांकि, भाजपा की रैली में शआमिल लोगों ने केवल राष्ट्रीय ध्वज ले रखा था और मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए एक मशाल रैली निकाली।