यौन उत्पीडऩ के अपराधियों पर पुलिस का प्रहार, 500 पर शिकंजा
2600 चिन्हित, थाने बुलाकर पूछताछ, प्रतिबंधात्मक कारवाई
जबलपुर: यौन उत्पीडऩ में शामिल अपराधियों पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया हैं जिससे आरोपियों में हडक़ंप मचा हुआ है। लगभग 500 लोगों से पूछताछ के साथ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है ऐसे सभी लोगों पर सतत निगाह रखने के लिए पुलिस की कई टीम में बनाई गई हैं। पिछले 10 वर्ष में जो लोग विभिन्न यौन अपराधों में शामिल रहे हैं ऐसे 2600 से ज्यादा लोगों को चिन्हित किया गया है और उनके पूर्व के अपराधों के रिकॉर्ड को छाटा जा रहा है। इसी अभियान के मद्देनजर डीआईजी जबलपुर रेंज तुषार कान्त विद्यार्थी कार्रवाई का फीडबैक लेने शहर के ओमती और घमापुर थाने पहुंचे। इस दौरान दौरान थानों में पिछले 10 वर्ष में जो लोग विभिन्न यौन अपराधों में शामिल रहे है उनके पूर्व के अपराधों के रिकॉर्ड को छांटकर उनसे सघन पूछताछ करने के निर्देश दिये गये इसके साथ वे किसी अन्य आपराधिक गतिविधियों में लिप्त तो नही है इसकी जानकारी एकत्रित करने के निर्देश दिये गये और सख्त प्रतिबंधात्मक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
विदित हो कि पुलिस महानिदेशक मध्य प्रदेश सुधीर सक्सेना द्वारा पूरे प्रदेश में यौन उत्पीडऩ विशेष रूप से पाक्सो एक्ट के मामलों में आरोपियों को चिन्हित करने और पूर्व अपराधियों के खिलाफ कठोर प्रतिबंधात्मक कार्यवाही करने और विशेष अभियान चलाए जाने के निर्देश दिए गए थे। पुलिस महानिरीक्षक जबलपुर जोन अनिल सिंह कुशवाह, पुलिस उप महानिरीक्षक जबलपुर रेंज तुषार कांत विद्यार्थी एवं पुलिस अधीक्षक जबलपुर आदित्य प्रताप सिंह द्वारा भी यौन उत्पीडऩ के अपराधियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं।
एनएसए, तड़ीपार की कार्यवाही के निर्देश
डीआईजी श्री विद्यार्थी ने नाबालिक बालिकाओं के यौन उत्पीडऩ के मामलों में सलिप्त रहे अपराधियों के रिकॉर्ड छटवाकर जिला बदर एवं एनएसए कार्यवाही करने के निर्देश दिये। इसके साथ ही पाक्सो एक्ट एवं महिला संबंधी मामलों के अपराधी जो राजीनामा के लिए दबाव बनाने का प्रयास कर रहे हैं उनकी जमानत निरस्त करने की कार्यवाही करने के निर्देश भी श्री विद्यार्थी ने दिए।
कॉलोनी, पार्कों में बढ़ायें गश्त
श्री विद्यार्थी ने छात्राओ एवं महिलाओं की सुरक्षा की दृष्टि से कॉलोनी एवं पार्कों में सुबह शाम पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही छात्राओ को स्कूल कॉलेज ले जाने वाले वाहनों के चालकों और परिचालकों एवं सहायक स्टाफ के पुलिस वेरिफिकेशन प्राथमिकता के आधार पर कराए जाने के निर्देश दिए।
हर हाल मेंं होना चाहिए सजायाबी
पुलिस उप महानिरीक्षक तुषार कांत विद्यार्थी द्वारा सभी को निर्देश दिए गए हैं कि ऐसे तत्वों के विरुद्ध कठोर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जाए और न्यायालय में पाक्सो एक्ट के जो मामले चल रहे हैं उनमें शीघ्र साक्ष्य कराए जाएं और सुनिश्चित किया जाए कि साक्षियों को कोई प्रभावित न कर सके ताकि ऐसे संवेदनशील प्रकरणों में शीघ्र सजायाबी सुनिश्चित हो सके।