* भ्रामक जानकारी फैलाने हनुमान मंदिर के नाम से बनाया गया वाट्सप ग्रुप , फेसबुक एवं वाट्सप में असत्य एवं झूठी जानकारी फैलाई गई
नवभारत न्यूज
सीधी/ रामपुर नैकिन।जिले के जनपद पंचायत रामपुर नैकिन के अन्तर्गत ग्राम पंचायत कपुरी कोठार में रीवा -शहडोल मार्ग में स्थित प्राचीन तालाब को सौदर्यीकरण कर ग्राम पचायत एवं जनपद पंचायत के द्वारा पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। किन्तु कुछ कथाकथित व्यक्तियों के द्वारा सोशल मीडियां में धर्म के नाम पर भ्रमक, असत्य एवं झूठी जानकारी पोस्ट कर धार्मिक उन्माद फैलाने एवं सामाजिक सौहार्द विगड़ने का काम किया गया। जिसमें विनीत द्विवेदी पिता अशोक द्विवेदी ग्राम सगौनी,गौरव सिंह गहरवार पिता नरेन्द्र ग्राम कपुरी कोठार, सलिल अग्निहोत्री पिता योगेन्द्र अग्निहोत्री, ग्राम खारा, लवकुश शुक्ला पिता लोकनाथ शुक्ला ग्राम कपुरी पवाई,महेन्द्र पाण्डेय ग्राम बरहठ, अनुराग गुप्ता पिता प्रकाशचंद्र गुप्तां, हनुमान प्रसाद मिश्र पिता स्व. रामपाल मिश्रा ग्राम कपुरी कोठार, अनुरूद्व मिश्रा पिता हनुमान प्रसाद मिश्र ग्राम कपुरी कोठार,सभी निवासी पुलिस चैकी पिपरांव, के खिलाफ थाना रामपुर नैकिन शिकायत की गई है। इस संबंध में जानकारी देते हुये संदीप पाण्डेय एडवोकेट ने बताया कि तालाब सौदर्यीकरण,पार्क एवं मंदिर परिसर के रख रखाव हेतु तत्कालीन जिला सीईओ के निर्देश पर ग्राम कपुरी कोठार, भरतपुर, रैदुअरियां के लोगों के द्वारा बजरंग पर्यटन न्यास को प्रस्तावित कर किया गया। जिसमें हनुमान मंदिर को न्यास में शामिल नही किया गया। मंदिर को स्वतंत्र रखा गया ताकि आम जनता को कोई दिक्कते ना हो और इसी कारण प्रस्तावि न्यास के सदस्यों ने मंदिर में पूजा करने वाले हनुमान प्रसाद मिश्रा की सहमति से उन्हें न्यास के अध्यक्ष और अखिलेश पाण्डेय को न्यास का सचिव बना दिया गया। उसके बाद अखिलेश पाण्डेय ने प्रस्तावित न्याय के पंजीयन हेतु एसडीएम चुरहट को आवेदन देने के लिए न्यास के सह सचिव वीरेन्द्र द्विवेदी को घोषणा पत्र में अध्यक्ष हनुमान प्रसाद मिश्र के हस्ताक्षर कराने के लिए भेजा। जिसमें उनके द्वारा कई लोगों की मौजूदगी में अपना हस्ताक्षर किया और न्यास पंजीयन हेतु एसडीएम चुरहट को आवेदन कर दिया गया। 28 अगस्त को अखिलेश पाण्डेय ने आप-पास के करीब दर्जनों लोगों की उपस्थिति में न्यास के समस्त दस्तावेज हनुमान प्रसाद को दिखाया गया। 11 सितम्बर को एसडीएम चुरहट के द्वारा न्यास पंजीयन हेतु इस्तहार जारी कर दावा-आपत्ति के लिए 25 सितम्बर को समय दिया। कुछ कथाकपित लोगों द्वारा हनुमान प्रसाद गुमराह कर दिया गया कि और मंदिर परिसर को मंदिर और परिसर बता कर पूजारी पद से हटा दिये जाने का डर दिखाया गया तो वह 12 सितम्बर को हनुमान प्रसाद ने अखिलेश पाण्डेय को फोन पर न्यास पंजीयन का आवेदन वापस करने को कहा तो अखिलेश पाण्डेय ने प्रस्तावित न्यास का पंजीयन ना करने और पंजीयन की प्रक्रिया समाप्त करने का आवेदन 13 सितम्बर को एसडीएम चुरहट के यहां लगा दिया। जिसके बाद न्यास गठन की प्रक्रिया समाप्त हो गई।
अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के दबाव है पुजारी
उक्त आशय कि जानकारी देते हुये संदीप पाण्डेय ने बताया कि 13 सितम्बर के न्यास का पंजीयन के आवेदन वापस लिये जाने के बाद कुछ कथाकथित लोगों ने हनुमान प्रसाद मिश्र को नजर बंद कर लिये थे और उनको किसी अन्य से मिलने नही दिया जाता था। देर रात तक अपराधिक प्रवृत्ति के लोग उन्हे घेरे रहते थें। उन्हें निरंतर गुमराह किया जाता था कि यदि न्यास बन जायेगा तो तुमको पूजारी के पद से हटा दिया जायेगा। उन्ही कथाकथित व्यक्तियों के द्वारा सोशल मीडियां में मंदिर विकने, दर्शन करने वाले भक्तों से पैसा लेने,सौदर्यीकरण के नाम पर करोड़ों खाने आदि की झूठी, असत्य और निराधार बाते लिखी जाने लगी। हनुमान प्रसाद का वीडियों बना कर सोशल मीडियां में डाल कर धार्मिक उन्माद फैलाये जाने लगा। इस बात की जानकारी होने पर 20 सितम्बर को हनुमान मंदिर परिसर में आम सभा में हजारों लोगों की उपस्थिति में अखिलेश पाण्डेय ने सारे प्रमाणों के साथ न्यास गठन के तथ्य पेश किये और जो गलत भ्रांतियां आम जनों के समक्ष फैलाई गई थी वह दूर हो गई। उसके बाद उन्ही कथा कथित व्यक्तियों के द्वारा 25 सितम्बर को हनुमान प्रसाद सेे अखिलेश पाण्डेय के खिलाफ झूठी एवं असत्य आवेदन थाना रामपुर नैकिन में दिलबा दिया।
पुलिस से 26 लोगों ने की शिकायत
प्रस्तावित बजरंग पर्यटन न्यास के उपाध्यक्ष संदीप पाण्डेय ने बताया कि हनुमान प्रसाद मिश्र के द्वारा थाना रामपुर नैकिन में आवेदन दिया है जिसमें इस बात का उल्लेख किया है कि न्यास के फार्म में मेरा हस्ताक्षर नही है और मै न्यास गठन के बारे में कुछ नही जानता था। यह बात हनुमान प्रसाद की पूरी तरह से असत्य एवं झूठी थी। उनको न्यास गठन की शुरू से जानकारी थी और वह अब असत्य बोल रहे है। जिसको लेकर 26 लोगों ने थाना रामपुर नैकिन में लिखित शिकायत की है। जिसमें प्रस्तावित न्यास के पदाधिकारी संदीप पाण्डेय,मकरंद पाण्डेय, वेदप्रकाश पाण्डेय भरतपुर,वीरेन्द्र द्विवेदी कपुरी पवाई, गिरधारी साकेत,नगेन्द्र सिंह, संतोष गुप्ता कपुरी कोठार, पंकज गुप्ता, लक्ष्मण गुप्ता रैदुअरियां शामिल है। जिन लोगों के समक्ष हनुमान प्रसाद मिश्र न्यास का दस्तावेज दिखाया गया था उनके द्वारा भी पुलिस में शिकायत की गई है। जिसमंे ऋषिराज मिश्रा, उपाध्यक्ष जनपद पंचायत रामपुर नैकिन,शिवेन्द्र मिश्रा, गोमती मिश्रा, प्रदीप मिश्रा पटना, सुरेन्द्र मिश्रा बुढ़गौना, रामलाल सिंह अमिलई, रामरतन जायसवाल खारा, प्रभात द्विवेदी कपुरी कोठार, प्रभाशंकर द्विवेदी,वीरेन्द्र द्विवेदी कपुरी पवाई, अजय पाण्डेय गढ़वा आदि शामिल है। जिन लोगों के समक्ष हनुमान प्रसाद मिश्र ने न्यास के घोषणा फार्म में हस्ताक्षर किये थें उन लोगों के द्वारा भी शिकायत की गई है। जिसमें वीरेन्द्र द्विवेदी, प्रभाशंकर द्विवेदी कपुरी पवाई, प्रभात द्विवेदी कपुरी कोठार, मकरंद पाण्डेय भरतपुर, रामराज कुशवाहा सुहिला आदि शामिल है।