नयी दिल्ली (वार्ता) भारत की सबसे बड़ी सीएनजी वितरण कंपनी इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) ने वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान देश भर में सीएनजी और पीएनजी बुनियादी ढांचे के विस्तार के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे बड़े पैमाने पर प्रयासों के अनुरूप अपने संचालन क्षेत्रों में 3.3 लाख से अधिक नए पीएनजी कनेक्शन दिये और 90 नये सीएनजी स्टेशन स्थापित किये।
कंपनी के अध्यक्ष आर के जैन ने शुक्रवार को कंपनी की 25वीं वार्षिक बैठक में वर्चुअली शेयरधारकों को संबोधित करते हुये यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मार्च 2024 तक देश में आईजीएल के 882 सीएनजी स्टेशन हो गये। उन्होंने बताया कि वित्त वर्ष के दौरान आईजीएल ने 15,403 करोड़ रुपये का सकल कारोबार हासिल किया और 1,748 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया। सहयोगी कंपनियों सेंट्रल यूपी गैस लिमिटेड (सीयूजीएल) और महाराष्ट्र नेचुरल गैस लिमिटेड (एमएनजीएल) के योगदान से आईजीएल का सकल शुद्ध लाभ 1983 करोड़ रुपये रहा। 31 मार्च, 2024 तक कंपनी की कुल संपत्ति 8552 करोड़ रुपये से अधिक थी। उन्होंने कहा कि आईजीएल को चालू वित्त वर्ष में अपने प्रदर्शन को बेहतर करने का भरोसा है और पहली तिमाही के नतीजे इस बात की गवाही देते हैं।
श्री जैन ने भविष्य की योजनाओं का भी अवलोकन किया, जिसमें मौजूदा क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने के साथ-साथ नए भौगोलिक क्षेत्रों में विस्तार करना शामिल है। उन्होंने टिकाऊ स्वच्छ ऊर्जा समाधान प्रदान करने के लिए आईजीएल की प्रतिबद्धता पर कहा कि भारत सरकार के सस्ती परिवहन के लिए टिकाऊ विकल्प कार्यक्रम के तहत पहल को आगे बढ़ाया जा रहा है, जिसमें संपीड़ित बायोगैस (सीबीजी) संयंत्र स्थापित करने और सीबीजी -सीजीडी सिंक्रोनाइज़ेशन योजना के साथ संरेखित करने की योजना है। उन्होंने कहा कि आईजीएल सौर ऊर्जा में रणनीतिक अवसरों का पता लगाने की योजना बना रहा है, साथ ही प्रमुख राजमार्गों पर तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) और तरलीकृत-से-संपीड़ित प्राकृतिक गैस (एलसीएनजी) स्टेशन स्थापित करने की योजना बना रहा है।